*हरनावदा जागीर के डाक्टर युवक को कोलकाता में मिला राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान*

राजस्थान (दैनिक कर्मभूमि) बारां जिले के छीपाबड़ौद उपखंड एवं तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत पछाड़ के हरनावदा जागीर के गुर्जर परिवार के एक डाक्टर युवक जो वर्तमान में एम.जी.एम. मेडिकल कॉलेज इंदौर के गवर्नमेंट कैंसर हॉस्पिटल में पदस्थ एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. ओमप्रकाश गुर्जर को दिनांक 9 नवम्बर शाम को ए.एम.पी.आई. के राष्ट्रीय पुरस्कार “मेरिटोरियस फिजिसिस्ट अवार्ड-2019” से सम्मानित किया गया है।

4कोलकाता में आयोजित ए.एम.पी.आई. के राष्ट्रीय सेमिनार के दौरान दिया गया ये पुरस्कार रेडियोथेरेपी क्षैत्र में बेहतरीन क्लिनिकल, शेक्षणिक, रिसर्च एवं अन्य उपयोगी कार्यों के लिए एक वर्ष में सिर्फ एक विशेषज्ञ को ही दिया जाता है। डॉ. गुर्जर कई रेपुटेड जर्नल्स में 25 से ज्यादा रिसर्च आर्टिकल्स प्रकाशित कर चुके हैं, एवं कई राष्ट्रीय एवं अंतरास्ट्रीय कॉन्फरेन्सेस में अपना शोध प्रस्तुत कर चुके है। डॉ. गुर्जर पीडियाट्रिक ग्लियोब्लास्टोमा में ब्रेन एवं स्पाइन की रेडियोथेरेपी की नयी तकनीक दे चुके हैं, इसके अलावा हेड फैंटम “सोम-14” का निर्माण कर चुके है और इस पर और रिसर्च चालू है, ये फैंटम अंतरास्ट्रीय लेवल पर इस तरह का एकमात्र फैंटम है जिसकी सी.टी. इमेजेज इन्फॉर्मेशन वास्तविक इंसान की सी.टी. इमेजेज से मिलती है। इस फैंटम के उपयोग से रेडियोथेरेपी की एक्यूरेसी और बढ़ जाती हैं। इसके अलावा भी डॉ. गुर्जर कई महत्वपूर्ण रिसर्च कर चुके है। एस.एम.एस. हॉस्पिटल जयपुर, एम्स भोपाल सहित चार हॉस्पिटल्स में लीनियर एक्सेलरेटर कमीशन करके कैंसर का इलाज चालू करने वाले डॉ. गुर्जर मॉडर्न रेडियोथेरेपी टेक्निक्स के एक्सपर्ट है और गवर्नमेंट कैंसर हॉस्पिटल में जल्दी लीनियर एक्सेलरेटर जैसी मॉडर्न रेडियोथेरेपी तकनीक चालू करवाने के इच्छुक है, ताकि गरीब मरीजों को भी बेहतरीन इलाज मुहैया हो सके। डॉ गुर्जर के भतीजे देवेन्द्र गुर्जर ने बताया कि डॉ गुर्जर को

– 2015 में भी यंग साइंटिस्ट अवार्ड से सम्मान्नित किये जा चुके है।
– डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ के सीनियर साइंटिस्ट डॉ. एस.पी. मिश्रा की गाइडेंस में सोम-14 का निर्माण कर चुके है, जो कैंसर रेडियोथेरेपी की एक्यूरेसी को और बढ़ाएगा।

– भाभा परमाणु अनुसन्धान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. एस.डी.शर्मा की गाइडेंस में लीनियर एक्सेलरेटर में उत्पन्न इंडयूस्ड एक्टिविटी से उत्पन्न रेडिएशन और उससे होने वाले नुकसान का पता कर उस पर रिसर्च प्रकाशित कर चुके है।

रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छीपाबड़ौद