पहाड़ो की अवधि समाप्ति होने के बावजूद,खनिज अधिकारी ही करा रहा खनन माफियाओं से अवैध खनन

उत्तर प्रदेश(दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट-भरतकूप क्षेत्र में शासन प्रशासन की सख्ती पर खनन माफियाओं की मनमानी भारी पड़ रही है। खनन पर रोक लगाने की तैयारी के बाद भी अभी तक जिले में अवैध खनन पर रोक नहीं लग पा रहा है। जिले के भरतकूप क्षेत्र में लगातार अवैध रूप से खनन किया जा रहा है। मामले की पुलिस की पकड़ में आ रहे है। लेकिन खनन माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होने से जिले मे अवैध खनन का दौर जारी है।प्रशासन की सख्ती पर खनन माफियाओं की मनमानी भारी होने से पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहा है। जिले के भरतकूप गोंडा व अन्य पहाड़ों में लगातार अवैध खनन हो रहा है। निगरानी के बाद भी खनन पर रोक नहीं लग पा रहा है। पुलिस भले ही अवैध खनन को रोकने के लिए कार्य कर रही हो ।लेकिन खनिज अधिकारी की मिलीभगत की वजह से खनन माफिया पहाड़ों के सीने को छलनी कर रहे हैं । जिसकी वजह से सरकार के राजस्व को लाखों रुपए का चूना लग रहा है।वही लोग दबी जुबान में कहते हैं कि अगर पुलिस सख्त होती और कड़ी निगरानी होती तो अवैध रूप से धडल्ले से अवैध खनन नहीं होता। और अवैध खनन करने वालों वाहनों की धड़ पकड़ कर चुकी है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि खनिज अधिकारी की मिलीभगत होने की वजह से अब क्षेत्रों में अवैध खनन जारी है और रात होते ही पत्थर की खदानों से खनन माफिया पत्थर ढुलाई का भी कार्य कर रहे हैं।लेकिन ना तो जिले के उच्च अधिकारी इस ओर ध्यान दे रहे ना ही खनिज विभाग

जबकि जिलाधिकारी शेषमणि पांडे एवं पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल अवैध खनन को रोकने के लिए सख्त नजर आ रहे है।और वहीं पुलिस प्रशासन के साथ जिला अधिकारी के द्वारा खनिज अधिकारी को शख्त निर्देश दिए गए हैं कि जिले में किसी भी तरह अवैध खनन नहीं होना चाहिए इसके बाद भी जिले के भरतकूप क्षेत्र के पहाड़ संख्या 715 के नान खंड में समाप्त होने के बावजूद भी कई हिस्सों में धडल्ले से अवैध खनन किया जा रहा है।और कई जगहों पर लोगों की जरूरत के आधार पर इसकी कालाबाजारी भी की जा रही है । वहीं यदि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के निर्देशों को जिम्मेदार इसी तरह दरकिनार करते रहेंगे तो ज्यादा समय नहीं लगेगा और भरतकूप क्षेत्र के पहाड़ों में करोड़ों रुपए के पत्थर को तोड़कर माफिया रात में ढुलाई कर खुद मालामाल होते रहेंगे और मिलीभगत करके अवैध खनन कराने वाले अधिकारियों को भी मालामाल करते रहेंगे।

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट