*सुशीला देवी आदर्श विद्या मंदिर द्वारा कोरोना महामारी में किया सेवा कार्य एवं सहशैक्षिक का अद्वितीय योगदान,,,, मंत्री शिवलाल योगी*

राजस्थान (दैनिक कर्मभूमि) बारां छीपाबड़ौद उपखंड एवं तहसील मुख्यालय स्थित कस्बा क्षेत्र में संचालित विद्या भारती शिक्षा संस्थान बारां जिले द्वारा संचालित विद्यालयों में सुशीला देवी आदर्श विद्या मंदिर द्वारा कोरोना महामारी में किया सेवा कार्य एवं सहशैक्षिक का अद्वितीय योगदान—-मंत्री शिवलाल योगी छीपाबडोद विद्या भारती शिक्षा संस्थान बारां द्वारा संचालित सुशीला देवी आदर्श विद्या मंदिर माध्यमिक विद्यालय के द्वारा शैक्षिक एवं सेवा से संबंधित गतिविधियों में विद्यालय के प्रधानाचार्य ,आचार्य, दीदी एवं प्रबन्ध समिति प्रदाधिकारियो एवं सदस्यों का रहा अभूत पूर्व योगदान विद्यालय के प्रधानाचार्य घनश्याम वर्मा ने जानकारी एवं प्रतिवेदन में बताया कि चीन से शुरू हुए सारे विश्व को आहत करने वाले कोरोना के covid- 19 विषाणु ने जहाँ एक ओर विश्व के बड़े- बड़े देशों को पस्त कर रखा हैं वहीं भारत भी इससे अछूता नहीं है।भारत सरकार इस संक्रमण को रोकने का हर समय हरसंभव प्रयास कर रही है। हमें अपनी अधिकांश सामाजिक एवं आर्थिक गतिविधियां रोकनी पड़ी हैं विद्यालय समाज का एक व्यापक अंग है। जब प्रश्न छात्रों के भविष्य से जुड़ा हो तो चिंता और भी बढ़ जाती है। लॉक डाउन के अन्तर्गत शिक्षा की प्रत्यक्ष गतिविधियां रुक गईं। ऐसे समय में विद्यालय बच्चों की शिक्षा को ई – लर्निंग के माध्यम से जारी रख रहे हैं। विद्यालय एक सामाजिक संस्था भी है, अपने इस दायित्व को निभाने में भी विद्यालय सेवा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। ई- लर्निंग के अंतर्गत शिक्षा के लिए तथा सेवा के क्षेत्र मे किए जा रहे कार्यों की जानकारी इस प्रकार है।सभी कक्षाओ के छात्रों के व्हाट्सएप ग्रुप बने हैं। ग्रुप पर बच्चों के साथ कक्षाचार्य एवं विषयाचार्य भी सम्मिलित हैं। समय समय पर कक्षा संबंधी एवं विषय संबंधी वार्तालाप एवं प्रचार प्रसार का कार्य किया जाता है। आवश्यकता पड़ने पर दूरभाष से भी संपर्क किया जाता है।
शैक्षिक गतिविधियों में आचार्यों द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप, अनेक एप्प एवं टूल्स जैसे- जूम, टीम लाइन, जोहो, स्क्रीन रिकॉर्डर, काईन मास्टर, पिंटरेस्ट, यू ट्यूब, पावर पॉइंट, ई- बुक इत्यादि का प्रयोग ऑन लाइन कक्षाएँ लेने, ऑडियो- वीडियो बनाने, स्लाइड्स बनाने, यू ट्यूब लिंक भेजने, एवं ई बुक पीडीएफ भेजने, के लिए किया जा रहा है।विभिन्न एप्प तथा टूल्स से ऑन लाइन शिक्षा देते शिक्षक
शैक्षिक गतिविधियों में दैनिक समय सारणी के अनुसार आचार्यों द्वारा तैयार किये गए प्रदत कार्य, पुस्तक के पाठों की फोटो, आचार्यों द्वारा बनाई गई वीडियो, यू- ट्यूब वीडियो के लिंक, शिक्षकों द्वारा बनाई गई स्लाइड्स तथा गूगल से डाउनलोड किये गए पाठों के पीडीएफ व्हाट्सएप ग्रुप में भेजी जाती हैं। स्तर के अनुसार ज़ूम तथा टीम लिंक पर आचार्यों द्वारा प्रतिदिन प्रत्यक्ष कक्षाएं दी जाती हैं। कक्षा के बाद बच्चों को व्हाट्सएप ग्रुप पर कार्य भेजा जाता है । बच्चे कार्य को निश्चित समय में करते हैं और व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजते हैं। शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों के किये गए कार्य का अवलोकन किया जाता है।विद्यार्थियों द्वारा किए कार्य का शिक्षकों द्वारा अवलोकन
विद्यार्थियों की दैनिक समय सारणी में निर्धारित योग व प्राणायाम वंदना एवं शारीरिक के सत्र भी निर्धारित किए गए हैं। विद्यार्थी नियामित रूप से योग प्राणायाम, वन्दना एवं शारीरिक द्वारा अपना शारीरिक, प्राणिक, मानसिक, बौद्धिक एवं आध्यात्मिक विकास योग कर रहे हैं। इस प्रकार बच्चे अपने आप को स्वस्थ तथा स्फूर्तिमय रख पा रहे हैं।विद्यालय द्वारा चलाए जा रहे सेवा कार्यों में अभिभावकों की भागीदारी सरकार द्वारा जारी किए गए निर्देशों के अनुरूप पत्रक, वीडियो संदेशों इत्यादि से जागरूक करना आरोग्य सेतु एप्प डाउनलोड करवाना जरूरतमंद अभि भावकों एवं अन्य जरूरत मंदों को खाद्यान सामाग्री की सहायता के लिए संपर्क करना एवं खाद्य सामग्री जैसे- आटा, चावल, दाल, तेल, इत्यादि का वितरण किया जाना, सैनिटाइजर वितरण एवं मास्क बनाने एवं जरूरतमंदों को मास्क के वितरण की योजना पर कार्य चल रहा है। सम्पन्न अभिभावकों को सहायता कार्य में योगदान के लिए आह्वान किया जा रहा है।
आचायों, प्रबंध समिति के सदस्यों एवं कर्मचारियों द्वारा अपने अपने स्तर पर भी सहायता कार्यों में योगदान हो रहा है।प्रधानमंत्री आपदा राहत कोष मे इन विपरीत परिस्थितियों में भी अपने स्वार्थ को परे रखकर परमार्थ की ओर बढ़कर सेवा की है।अब तक ₹15500/- ( पन्द्रह हजार पाँच सौ रुपये) का भोजन सामग्री बांट चुके एवं 450 मास्को का वितरण किया जा चुका है साथ ही पक्षियों के लिये 50 परिंडे बांधे और पौधों को पानी आदि कार्य किया जा रहा हे
सेवा बस्तियों में सभी संस्कार केन्द्रों में ऐसे बच्चों को, जो किसी कारणवश विधालय नहीं जा पाते हैं, शिक्षा देना, अपनी संस्कृति व संस्कारों के साथ जोड़े रखने का प्रयास किया जाता है। ऐसी विपरीत परिस्थितियों में हमारे विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य मेधराज नागर, हेमन्त नागर, रामदयाल गुर्जर, शिवराज गोचर, राजेश लोधा कुलदीप चौरसिया एवं अन्य सेवा भावी योगेंद कुशवाह, मीना मित्तल, सुमन राठौर, योगिता ऐरवाल, शोभा भट्ट,अंतिमा मीणा,सन्ध्या नामदेव, अनिता चन्देल, शिल्पा पंकज, राधा प्रजापति,उर्मिला मीना,प्रहलाद मेघवाल, एवं प्रसासन द्वारा तहसीलदार पन्नालाल रेगर के द्वारा तथा विद्यालय प्रबन्ध समिति से अध्यक्ष दामोदर सोनी, उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार मालव, मंत्री शिवलाल योगी,कोषाध्यक्ष डालचंद मालव, नरेंद्र मित्तल, दीनदयाल गोयल, रामकिशन मालव, बाबूलाल वैष्णव, मोहन लाल मेहरा,रामचन्द्र जांगिड़, आवश्यकता भारती के सहयोग से अभावग्रस्त परिवारो की सहायता कर रही है।

*रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छीपाबड़ौद*