धड़ल्ले से खुल रहीं प्रतिबंधित दुकाने
बिना मास्क के ही फर्राटे भर रहे राहगीर!
पुलिस की लचर कार्यशैली कहीं बन ना जाये बवाले जान
उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि)नसीराबाद रायबरेली – वैश्विक स्तर पर कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर जहां केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है।साथ ही सरकार ने स्थानीय प्रशासन को शोसल डिस्टेंसिंग के साथ लॉकडाउन को सख्ती से पालन कराने का आदेश तो दे दिया है।लेकर स्थानीय प्रशासन इसका कितना पालन करवा रहा है।इसकी बानगी नसीराबाद थानाक्षेत्र में देखने को मिल रहा है जहां पुलिस की लचर कार्यशैली से थानाक्षेत्र में शोसल डिस्टेंसिंग व लॉकडाउन की धज्जियां उड़ती दिखायी दे रही है।लॉक डाउन के बावत शासनादेश में जहां जरूरी सेवाओं से जुड़ी दुकाने के साथ एकल दुकानें/ प्रतिष्ठान खोलने की अनुमति है।वहीं मीठा एवं चाट की दुकानें पूर्ण रूप से प्रतिबंधित हैं।लेकिन नसीराबाद में शासनादेश की धज्जियां उड़ाकर चाट व चाय के होटल खुलेआम खुले दिखायी दे रहें है। वहीं प्रतिबंधित दुकाने खुलने पर स्थानीय पुलिस प्रशासन कितना संजीदा है।यह अपने आपमें कई तरह के सवाल खड़ा कर रहा है ।वहीं स्थानीय लोगो का का कहना है कि पुलिस की लचर कार्यशैली स्थानीय लोगों के लिये कहीं बवाले जान ना बन जाये।ऐसे गंभीर हालतों पर ये गौर करने वाली बात होगी।बतातें चलें कि थानाक्षेत्र में लॉकडाउन सिर्फ कागजी कोरम पूरा कर रहा है।लेकिन इसकी हकीकत कुछ और ही बयां कर रहा है। ज्यादातर स्थानीय लोग एवं राहगीर बिना मास्क के ही सड़कों पर फर्राटे भरते हुये लॉकडाउन की धज्जियां उड़ा रहें है। वहीं थानाक्षेत्र में शोसल डिस्टेंसिंग पूरी तरह से फेल दिखायी दे रही है। पुलिस बगैर किसी को रोक टोक चौराहों पर मूक दर्शक बनी बैठी है।जिससे लोगों में लॉकडाउन के सख्ती का असर पूरी तरह से बेअसर साबित हो रहा है।वहीं सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार मुंबई,गुजरात आदि शहरों से अधिकतर लोग अपने अपने घर आयें है।जिनको क्वारेंटाइन भी नही कराया गया।जिससे क्षेत्र में संक्रमण का खतरा बना हुआ है।अब गौर करने वाली बात यह है कि जिम्मेदार अधिकारी ऐसे मामले में कितना गंभीर होगें।यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।
रिपोर्ट :- सुरजीत राज सलोन रायबरेली
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