संदिग्ध परिस्थितियों में धान के खेत में महिला का शव मिलने से मचा हड़कंप।।

उत्तर प्रदेश( दैनिक कर्मभूमि )बछरावां/रायबरेली स्थानीय थाना क्षेत्र के जोहवा हिसार के गांव कोटवा में एक 44 वर्षीय महिला की गला दबाकर निर्मम हत्या कर उसके शव को धान के बीचो बीच खेत में फेंक दिया गया। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची बछंरावा थाने की पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

आपको बता दें कि, मिली जानकारी के मुताबिक 18 अक्टूबर 2019 दिन शुक्रवार लगभग 7:00 या 8:00 बजे के बीच की है। बछंरावा थाना क्षेत्र के जोहवा हिसार के गांव कोटवा निवासिनी श्यामा देवी 44 पत्नी स्वर्गीय रामबरन प्रजापति अपने 4 बच्चों के साथ गांव से लगभग 500 मीटर की दूरी पर खेतों में धान पीट रही थी। धान की पिटाई समाप्त हो जाने के बाद उसने अपने चारों बच्चों (तीन बेटी एक बेटे) को घर में धान रखने की बात कही। बच्चों ने वही किया जैसा मां ने कहा, फिर पुनः धान लाने के लिए बच्चे जब खेत पहुंचे तो वहां पर उनकी मां नदारद नहीं थी। बच्चों के आवाज लगाने तथा ढूंढने पर उनकी मां जब वहां नहीं मिली तो, वह सब व्याकुल हो उठे और इसकी सूचना ग्रामीणों को दी।

ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर श्यामा देवी की काफी खोजबीन की लेकिन उनका कोई पता नहीं चल पाया। थक हार कर ग्रामीणों ने इसकी सूचना थाना बछंरावा को दी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आनन-फानन घटनास्थल पर पहुंचकर श्यामा देवी की तलाश शुरू कर दी। पुलिस की काफी मशक्कत के बाद महिला लाश वहीं से कुछ दूरी पर बीचोबीच धान के खेत में मिली परिजनों के मुताबिक श्यामा देवी के शरीर के कपड़े फटे हुए थे।

वहीं पुलिस का कहना है कि, शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है रिपोर्ट आने पर अग्रिम कार्यवाही करेगी।

बताते हैं श्यामा देवी के पति स्वर्गीय रामबरन का सन 2013 में लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया था। तब से यह परिवार किसी तरह खेती-बाड़ी और मेहनत मजदूरी करके अपना गुजर-बसर कर रहा है। श्यामा देवी को 7 बच्चे है, 6 लड़कियां और एक 8 वर्षीय लड़का है जिनमें से तीन लड़कियों की शादी हो चुकी है।