ल्हासी डैम के गेट खोलने से नदी में उफान

राजस्थान (दैनिक कर्म भूमि) बारां छीपाबड़ौद उपखंड एवं तहसील मुख्यालय स्थित कस्बा क्षेत्र में होकर निकल रही ल्हासी नदी में पानी उफ़ान पर आने के कारण छीपाबड़ौद कस्बा बंटा दो भागों में वही जानकारी में सामने आया है कि छीपाबड़ौद क्षैत्र के खजुरिया गांव में बना ल्हासी डैम खजुरिया में पानी की आवक ज्यादा होने से ल्हासी डैम के तीन गेट तीनों गेटों को खोला गया जिनमें से 2 गेटों के एक-एक फिट और एक गेट को 40 सेंटीमीटर खोला गया जिसके चलते ल्हासी नदी में आए उफान इससे पहले ल्हासी नदी में एक बार भी बरसाती पानी नहीं आने से लोग बता रहे थे कि ल्हासी नदी के पुराने कचरे की सफाई नहीं हुई थी लेकिन जैसे ही खजुरिया डैम में पानी की आवक को देखते हुए लास्ट टाइम पर तीनों गटों को खोलते ही मानों की छिपाबड़ोद की सरकारी पुलिया जो हाट मोहल्ले में होकर गुजर रही है जैसे ही पानी की आवक बढ़ी और ल्हासी नदी ने छिपाबड़ोद कस्बे को दो भागों में बांट दिया और हनुमान चौराहे पर लॉक डाउन की वजह से तैनात पुलिस जाब्ते ने दो पहिया वाहन और पैदल राहगीरों को हॉट चौक की तरफ आने से रोक दिया गया और पुलिस प्रशासन चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद रहा उधर ग्राम पंचायत डोलम के वार्ड नंबर 5 हरनावदी जागीर के समीप होकर गुजर रही ल्हासी नदी की पुलिया पर करीबन 4 फीट पानी होने से हरनावदी जागीर गांव टापू बन गया ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया गया है कि लॉकडाउन लगने की वजह से छिपाबड़ोद कस्बे में आवाजाही तो बंद रही लेकिन रोजमर्रा के कार्य नौकरी वाले और दूध सप्लाई वाले ल्हासी नदी में आए उफान के कारण बंद रहे तथा इसके साथ ही अन्य क्षैत्रों में हुई बारिश के कारण छिपाबड़ोद त्रिवेणी धाम विकास समिति समेल हनुमानजी के मंदिर के समीप बनी श्री महावीरजी जीव दया गौशाला के पीछे से निकल रहे तुमड़िया खाल मैं भी भारी उफान के चलते पुलिया पर पानी की आवक ज्यादा हुई जिसके कारण गांव बने टापू उसी के साथ में खजुरिया ओर दिगोद खालसा के बीच खाल की पुलिया को निर्माण कार्य के लिए खोदा गया था तकरीबन आठ महीने पहले जिसका ठेकेदार द्वारा निर्माण नहीं करवाया गया जिससे ग्रामीणों में भारी रोष जताया और आज उसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। खजुरिया ल्हासी डैम के अधिकारियों के द्वारा मिली सूचना के आधार पर बताया गया है कि ऊपरी हिस्सों में हुई तेज बारिश के कारण नदी में पानी छोड़ा गया क्योंकि 2000 पानी छोड़ने से आवक कम नहीं हुई और लासी डैम के तीनों गेट शनिवार रात को 8:00 बजे से खोले गए जो खबर बनाए जाने तक खुले रहे लेकिन गेटों को थोड़ा डाउन कर दिया गया था इसी के साथ देवरी जोध में भी खाल में पानी की आवक ज्यादा होने से ग्रामीणों का आवागमन बाधित हो गया और ग्रामीण ढूंढने लगे रास्ता खजुरिया और दीगोद खालसा के बीच में ठेकेदार द्वारा खोदी गई पुलिया निर्माण के लिए जो 8 माह से ग्राम वासियों ने रोष जताते हुए बताया कि ठेकेदार द्वारा खोदी गई लेकिन इसका निर्माण नहीं करवाया और वर्तमान समय में बरसात का पानी और खजुरिया ल्हासी डैम के गेट खोलने से पानी की टैस लगने के कारण लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा इस दौरान कई समस्याएं सामने आई लेकिन और कोई चारा नहीं बचा था और 200 मीटर की दूरी तय कर एक गांव से दूसरे गांव की तरफ जाने वाले रास्ते में बीच में खोदी गई पुलिया निर्माण के लिए रास्ता बंद होने से ग्राम वासियों एवं राहगीरों को दुपहिया एवं दोपहिया वाहनों को 20 किलोमीटर का सफर तय कर छिपाबड़ोद से गोरधनपुरा चांदबरड़ी राजपुरा होते हुए उन्हें खजुरिया जाना पड़ रहा है लेकिन छिपाबड़ोद उपखंड एवं तहसील प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ा ग्राम वासियों ने जानकारी देते हुए बताया गया है कि अगर ऐसे में कोई बीमार या डिलीवरी अवस्था में कोई मरीज हो तो उसे या तो बीस किलोमीटर का सफर तय कर छीपाबड़ौद जाना पड़े या फिर हरनावदाशाहजी लेकिन विभागीय अधिकारियों और प्रशासन द्वारा समय रहते खजुरिया ओर दिगोद खालसा के बीच खोदी गई पुलिया पर ध्यान दिया जाता तो आज भारी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता।

रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां