कौआ प्रजाति पर गहराया मौत का संकट कौआ मरा तो रो उठे कौआ पक्षी।

राजस्थान राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) छीपाबडौद तहसील क्षेत्र के गांवों में भी मर रहे हैं कौवै गोरधनपुरा में भी मृत पाए गए कौवै गोरधनपुरा के सामाजिक कार्यकर्ता लोकेश कुमार मालव ने जानकारी देते हुए बताया गया है कि गांव में हनुमान के मंदिर पर पुराने बरगद के पेड़ बेठे हुए थे की अचानक सुबह पता चला कि मृत अवस्था में निचे पड़े हुए थे जिसको लेकर छिपाबड़ोद पशु चिकित्सकों एवं वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को अवगत कराया गया है जिसके बाद मौके पर पहुंचकर पशु चिकित्सालय के संबंधित कर्मचारियों ने सैनिटाइजर करवा कर दवाई छिड़काव करवा कर तथा बीमारी से बचाव को लेकर प्रयास किया उसी तरह छिपाबड़ोद तहसील क्षेत्र के हरनावदा में काफी तादाद में मर रहे हैं पक्षी ब्लॉक के हरनावदा क़स्बे स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में विगत दो दिनों में दो कोओ की रहस्यमय ढंग से मृत्यु हो गयीं।राष्ट्रीय सेवा योजना के सेवार्थीयों नें कार्यक्रम अधिकारी शंकर लाल नागर को सूचना दी गयीं की स्कूल में एक कौआ पेड़ पर बैठा -बिठाया अचानक गिर गया है नागर नें आकर देखा तो कौआ तड़प रहा है देखनें में ऐसा लग रहा था कि कौआ की गर्दन धीरे-धीरे मुड़ रही है कौआ का दम घुट रहा है ओर देखते ही देखते कौआ की मृत्यु हो गयीं मृत्यु होते ही अनेक कौए रुदन करने लगें।स्टॉफ के सदस्यों ने स्थानीय वन-विभाग और चिकित्सालय को सूचना दी गयीं परन्तु सोमवार मृत कौआ को कुत्ता उठा ले गया या कोई और जानवर पता नही लग पाया।मंगलवार फिर पीपल के पेड़ से एक कौआ बीमार होकर गिरा और मृत्यु को प्राप्त हो गया।राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी नागर ओर सेवार्थीयों नें जिला सहित गांव,कस्बों में मर रहे कौओ की रहस्यमयी मौत से चिंता जताई तथा राज्य सरकार से निवेदन किया गया कि रहस्यमयी बीमारी का पता लगा मरते दुर्लभ कौआ पक्षियों की प्राण रक्षा के उपाय किये जावें।मरे हुये पक्षियों को मांसाहारी पक्षी चील,बाज या कुत्ते ओर सुअर खा लेगें तो यह संक्रमण मनुष्य में फेल सकता है।मनुष्यों में कोरोना रोग को देखते हुये ओर पक्षियों में भी बर्ड फ्ल्यू आ जाने से हर वर्ष सर्दियों में देश के अन्य प्रांतों और विदेश से भी दुर्लभ पक्षियों का आवागमन होता है यह रहस्यमयी बीमारी फैली तो कई प्रजाति के पक्षियों की जान को खतरा है।राष्ट्रीय पक्षी दिवस भी आने वाला है उससे पहले कौआ जाति में रुदन का माहौल ओर कौआ पक्षियों की मौत चिंता का विषय है।राष्ट्रीय सेवा योजना के सेवार्थीयों नें रहस्यमयी बीमारी को देखते हुये आमजन से मास्क लगाये रखनें का अनुरोध किया गया।

रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छीपाबड़ौद