राजस्थान राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) बारां छीपाबड़ौद राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने प्रबोधकों के हितों के लिए आवाज बुलंद की छीपाबडौद 11 जनवरी गलती किसी ओर ने की और सजा भुगते कोई ओर। ऐसा ही एक मामला शिक्षा विभाग में देखने में आया है। दरअसल छठे वेतनमान के तहत किए गए फिक्सेशन के समय 2007— 2008 में नियुक्त 54000 के करीब तृतीय श्रेणी शिक्षकों और प्रबोधकों के फिक्सेशन में विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण इन शिक्षकों को प्रतिमाह 3000 से 4000 रुपए का नुकसान हो रहा है।
जानकारी के मुताबिक इन शिक्षकों और प्रबोधकों की नियुक्ति वर्ष 2007-2008 में हुई। जब 6वें वेतन आयोग के तहत इनके फिक्सेशन करवाए गए तो लेखाधिकारियों ने मूल वेतन 12900 देने के स्थान पर 11170 पर फिक्स कर दिया।
जब लेखाकर्मियों ने इनकी ग्रेड पे बदली उस समय इनकी प्रथम पे ग्रेड 5200-20200 तथा ग्रेड पे 2800 रुपए थी। इसके बाद सरकार की ओर से वेतन विसंगतियों को दूर करने के लिए एक समिति गठित की और उसकी सिफारिशों को लागू कर दिया। इसमें इन शिक्षकों और प्रबोधकों का मूल वेतन और ग्रेड पे वेतन श्रृंखला 9300-34800 और ग्रेड पे 3600 किया गया। इस समय लेखाकर्मियों द्वारा सन 2008 में नियुक्त शिक्षकों और प्रबोधकों की ग्रेड पे 2800 के स्थान पर 3600 रुपए तो कर दी लेकिन वेतन श्रृंखला 9300— 34800 के तहत न्यूनतम मूल वेतन 9300 के स्थान पर पुरानी वेतन श्रृंखला 5200– 20200 के तहत 8750 की गणना करके दिया जिससे इनका मूल वेतन 11170 ही बना रहा जबकि वह 12900 रुपए होना चाहिए था। इस प्रकार केवल फिक्सेशन करते समय की गई गलती के कारण इन्हें तीन से चार हजार रुपए का नुकसान हर माह हो रहा है।राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेशाध्यक्ष सम्पत सिंह संगठन महामंत्री प्रहलाद शर्मा,महामन्त्री अरविंद व्यास ने कहा कि इन शिक्षकों और प्रबोधकों के वेतन का नुकसान फिक्सेशन में लेखा कर्मियों की गलती के कारण हो रहा है। यह वेतन विसंगति का मामला नहीं है। विभागीय अधिकारियों से अपनी लापरवाही को उजागर होने से बचाने के लिए अब तक संशोधित फिक्सेशन की कार्यवाही नहीं कर रहे है।संघ के सम्भाग मंत्री त्रिलोक शर्मा जिला अध्यक्ष मौजीराम नागर सभाध्यक्ष महावीर मीना मंत्री ब्रज गोविंद टेलर छीपाबडौद अध्यक्ष नन्दलाल केसरी,मंत्री ओम सिंह भाटी,कोषाध्यक्ष मनोज चौहान सभाध्यक्ष राम करन कुमावत प्रवक्ता मंजूर आलम,वरिष्ठ उपाध्यक्ष धनराज सुमन,सिराज अहमद,जगदीश लववंशी,ललित चित्तोड़ा,चेतन गुर्जर,शिवलाल योगी,रामस्वरूप मीना, मुरलीधर सेन,देवकरण नागर सहित ने मुख्यमंत्री से मांग की कि इनके फिक्सेशन में हुई गलती को दूर किया जाए और संशोधित आदेश जारी हो अन्यथा संगठन को आंदोलन करने पर मजबूर होना होगा।
रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छीपाबड़ौद
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