उत्तर प्रदेश(दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट-जिलाधिकारी शेषमणि पाण्डेय के मुख्य आतिथ्य में वाणिज्य कर विभाग चित्रकूट द्वारा पंजीयन जागरूकता एवं नवीन जीएसटी रिटर्न प्रणाली पर व्यापारियों के साथ परिचर्चा मंदाकिनी भवन सीतापुर चित्रकूट में की गई।जिलाधिकारी ने व्यापारियों से कहा कि जीएसटी पंजीयन के लिए शासन से निर्देश प्राप्त हुए हैं जो यह कार्यक्रम आज यहां संपन्न हुआ । यह लगातार होते रहे संवाद में बहुत शक्ति होती है और समस्याओं का आदान-प्रदान होता है जिससे उनका निराकरण भी कराया जा सकता है। वाणिज्य कर अधिकारियों को निर्देश दिए कि व्यापार बन्धू का गठन करके बैठक कराएं । व्यापारियों की समस्याएं जो हो उनका निस्तारण समय बद्ध तरीके से किया जाए इस तरह के कार्यक्रम नियमित रूप से प्रत्येक माह जरूर कराएं । जो आज दस व्यापारियों को सम्मानित किया गया है इसमें हर ट्रेड के व्यापारी को अवश्य शामिल करें। ऑनलाइन व्यापार पर टैक्स बंद न किया जाए व्यापारियों से कहा कि जो आप लोगों ने बिंदु समस्याओं के बताए हैं उसे मुझे लिखकर उपलब्ध कराएं । मैं विभाग से कार्यवाही करवाऊंगा। सभी व्यापारियों का पंजीयन अवश्य कराएं और शासन की योजनाओं का लाभ उठाएं । हर व्यापारी भामाशाह है आपके बिना काम चलने वाला नहीं है व्यापारियों की समस्याओं को गंभीरता से लेकर कार्य किया जाएगा। व्यापार कर अधिकारियों से कहा कि जो सहयोग आपको व्यापारियों से चाहिए वह व्यापार मंडल से सहयोग लें। जनपद के व्यापारियों द्वारा हमेशा शासन प्रशासन का सहयोग किया गया है हमें इनकी भी समस्याओं पर कार्यवाही करनी होगी।वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों द्वारा व्यापारियों से कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप दिए गए निर्देशों के क्रम में कार्य किए जाएं जीएसटी पंजीयन 1 अप्रैल 2020 से लागू होने वाली है। नवीन जीएसटी वितरण प्रणाली पर कहा कि व्यापारी इसका लाभ अधिक से अधिक ले उन्होंने कहा कि ऐसे सभी करदाता जिनका गत वर्ष का सकल टर्न ओवर 5 करोड़ से अधिक रहा है प्रति माह रिटर्न फाइल करें जिनका कम रहा है किंतु उनके द्वारा मासिक रिटर्न का विकल्प अपनाया जाता है तो उक्त रिटर्न में सभी प्रकार की आवक जावक आपूर्तिया प्रदर्शित की जाएं। ऐसे करदाता जिनका गत वर्ष का सकल टर्नओवर 5 करोड़ तक रहा है त्रैमासिक आधार पर आर ई टी दाखिल करने हेतु विकल्प चुन सकते हैं यद्यपि ऐसे मामले में मिस हुई किसी इनवॉइस की क्रेडिट नहीं प्राप्त हो सकेगी। त्रैमासिक रिटर्न में सहज एवं सुगम की सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी । बड़े करदाताओं द्वारा अगले माह की 20 तारीख तक एवं छोटे करदाताओं द्वारा अगले माह की 25 तारीख तक रिटर्न दाखिल अवश्य कर दें। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रकरण जहां आपूर्तिकर्ता द्वारा कर नहीं अदा किया गया है प्राप्तकर्ता के स्तर पर आई टी सी की तरह आर आई टी सी नहीं की जाएगी कर अदायगी में किसी प्रकार की शिथिलता की स्थिति में विभाग द्वारा आपूर्तिकर्ता से प्रथम दृष्टया कर वसूली की जाएगी उक्त के अपवाद स्वरूप व्यापार बंदी अथवा डीलर के पता न चल पाने की स्थिति में आईटीसी की वसूली नियमानुसार नोटिस एवं व्यक्तिगत सुनवाई करते हुए प्राप्तकर्ता से की जाएगी। यदि करदाता द्वारा त्रैमासिक रिटर्न फाइल का विकल्प नहीं अपनाया जाता है तो उसे मासिक रिटर्न फाइल के करदाता समूह में ही गिना जाएगा । नवीन पंजीकृत करदाताओं का सकल टर्नओवर शून्य मानते हुए उनके लिए मासिक सहेज सुगम या सामान्य त्रैमासिक रिटर्न के विकल्प उपलब्ध होंगे उन्होंने संशोधन रिटर्न परिशिष्ट डॉक्यूमेंट का प्रकार आईटीसी पेंडिंग प्रतिक्रिया आदि के बारे में व्यापारियों को विस्तृत जानकारी दी गई। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने 10 बड़े करदाता व्यापारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। व्यापार मंडल के राहुल गुप्ता द्वारा जिलाधिकारी के समक्ष व्यापारियों को समस्याएं रखी गई जिस पर जिलाधिकारी ने वाणिज्य कर के अधिकारियों को निर्देश दिए कि तत्काल व्यापारियों की समस्याओं का निस्तारण समयबद्ध तरीके से कराया जाए किसी भी व्यापारी को समस्या नहीं होनी चाहिए। इस दौरान डिप्टी कमिश्नर वाणिज्य कर बांदा जय सिंह यादव द्वारा कार्यशाला में मुख्य अतिथि सहित सभी व्यापारियों व अधिकारियों का धन्यवाद ज्ञापित किया । कार्यशाला में असिस्टेंट कमिश्नर वाणिज्य कर अभिलाष यादव, नितिन श्रीवास्तव, वाणिज्य कर अधिकारी ए.के. सिंह,शभारत लाल, प्रशांत अवस्थी, मंदार यादव, विकास सिंह, प्रधान सहायक घनश्याम पटेल, अमित यादव, स्टेनो बद्री सागर कनिष्ठ सहायक शाश्वत दीक्षित सहित व्यापार मंडल के ओम केसरवानी, शिवपूजन गुप्ता आदि संबंधित व्यापारी मौजूद रहे।
*रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट
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