उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) मड़ियाहूं (जौनपुर) उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री गरीबों को बिजली बिलों में कटौती के लिए नियम बना रहे लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। बिजली विभाग के कारनामे भी अजब-गजब हैं। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन बिजली देने के मामले में भले ही पीछे हो लेकिन बात जब बिल भेजने की आती है तो इस महकमे की फुर्ती देखते ही बनती है। मड़ियाहूं क्षेत्र में जिस कनेक्शन को 16 माह पूर्व संपूर्ण जमा करवाकर उसका कनेक्शन कटवा दिया गया, उस कनेक्शन का 16 माह बाद दुबारा बिजली का बिल थमा दिया गया। ऐसे में जहां विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही स्पष्ट झलकती है, वहीं विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह मामला मड़ियाहूं पावर स्टेशन के जयरामपुर में प्रकाश में आया। मुंबई रहने वाले परिवार जयरामपुर निवास स्व. राम किशोर यादव के बेटों ने 16 माह पहले अपने घर का बिजली कनेक्शन कटवा दिया था। परिवार के पास कनेक्शन कटवाने के पूरे कागजात भी हैं। कनेक्शन काटने के 16 माह के बाद विभाग ने दोबारा बिल देना शुरू कर दिया। इस दौरान उनका बिजली बिल बढ़कर 19102 रुपए पहुंच गया। पूर्वांचल विद्युत वितरण कंपनी द्वारा लगातार धारा 3/5 के तहत वसूली के लिए नोटिस पर नोटिस दे रही है जबकि उपभोक्ता ने विद्युत कनेक्शन पिछले 16 माह पहले कटवा लिया था जिससे उपभोक्ता के परिजन परेशान हैं जो विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों के यहां चक्कर लगाने को मजबूर हैं।
नेशनल एडिटर अभिषेक शुक्ला
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