पीएम आवास में रिश्वत मांगने से क्षुब्ध ग्रामीण ने फांसी लगा की आत्महत्या का प्रयास

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलने का दावा चित्रकूट में खोखला साबित हो रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के नाम पर चित्रकूट जिले के मऊ थाना क्षेत्र के मवई खुर्द गांव में मुन्ना सिंह नाम के ग्रामीण से सचिव द्वारा 20 हजार रिश्वत की डिमांड की गई।पैसा न देने पर सचिव द्वारा लाभार्थी सूची से नाम काटने की दी गई। धमकी से क्षुब्ध होकर मुन्ना ने घर के समीप स्थित एक पेड़ पर फांसी लगा कर आत्महत्या करने का प्रयास किया।ग्रामीणों द्वारा समय रहते उसे फांसी के फंदे से निकाल कर इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया।जिससे उसकी जान तो बच गई।लेकिन सरकारी तंत्र में बढ़े भ्रष्टाचार से वह खासा आहत है।उसका कहना है कि योजना का लाभ उसे मिले या न मिले लेकिन रिश्वत मांगने वाले सचिव के खिलाफ कार्यवाही जरूर होनी चाहिए।वही घटना की जानकारी मिलने पर पूरे प्रशासनिक अमले में हड़कम्प मच गया। डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ला ने सीडीओ अमित आसेरी आदि अधिकारियों के साथ जिला अस्पताल पहुंच पीड़ित लाभार्थी का हाल जाना।साथ ही अधीनस्थ अधिकारियों को मामले की जांच कर दोषी के विरुद्ध कार्यवाई के आदेश दिए।वही बीडीओ हिमांशु शुक्ला ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।फांसी लगा आत्महत्या करने वाले ग्रामीण की हालत खतरे से बाहर है।इसके अलावा पीडित की पत्नी हीरा मनी अभी भी रिश्वत खोर सचिव के खिलाफ कार्यवाई की मांग पर अड़ी हुई है।

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट