उत्तर प्रदेश ( दैनिक कर्मभूमि ) जौनपुर
जौनपुर। जहां एक और सूबे की सत्ता पर बैठे भारतीय जनता पार्टी द्वारा चयनित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा तमाम भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की जा रही है फिर भी भ्रष्ट अधिकारियों में कोई भय नहीं देखने को मिल रहा है उनके ही अधिकारी की मिलीभगत से भ्रष्टाचार पर रोक नहीं लग पा रहा है जनपद जौनपुर में बीते माह में गरीबों को वितरण करने के लिए चना का प्रावधान किया गया था खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारी की मिलीभगत से गरीबों में आया चना बांटने के लिए कोटेदार व अधिकारी हजम कर गए।
प्रधानमंत्री कल्याण अन्य योजना एवं आत्मनिर्भर भारत योजना अंतर्गत माह नवंबर 2020 में वितरणोपरन्त जनपद के उचित दर विक्रेताओं के पास अवशेष चने बचे हुए थे जिस पर शासन द्वारा निर्णय लिया गया था कि बचे हुए चने को वितरित किया जाएगा जिला अधिकारी के अनुमोदन उपरांत यह निर्णय किया गया था कि पहले आओ पहले पाओ के आधार पर अंतोदय राशन कार्ड धारक को 1 किलो चना मिलना था और आदेश भी दिया गया था कि नोडल अधिकारी की उपस्थिति में वितरण होगा लेकिन जिला अधिकारी के आदेशों की अवहेलना करते हुए अधिकारी की मिलीभगत से चना नहीं बटा । सूत्रों के अनुसार पता चला कि खाद एवं रसद विभाग के अधिकारी कोटेदारों से मोटी कमीशन लेते हैं। अमर भारती के पत्रकार ने गांव-गांव में सर्वे किया तो पता चला कि जनपद जौनपुर में किस सभी कोटेदारों ने लगभग अंतोदय कार्ड धारक को चना नहीं वितरित किया है। जिसके लिए कोटेदार के साथ-साथ नोडल अधिकारी व खाद एवं रसद विभाग के उच्च अधिकारी जिम्मेदार है। जो गरीबों का हक कमीशन के चक्कर में उन्हें तक नहीं पहुंचा रहे हैं जनपद के तेजतर्रार जिला अधिकारी के आदेशों की भी अवहेलना होते दिखा है अब देखना है कि जिला अधिकारी के द्वारा अधिकारियों पर कोई कार्रवाई होती है या नहीं? सूत्रों के मुताबिक यदि एक गांव में यदि 40 कार्डधारक को चना वितरित करने का अनुमान लगाया जाएं तो जौनपुर में 1740 गांव है लगभग सात सौ कुंटल चना वितरित होना चाहिए था लेकिन सब अधिकारी व कोटेदार ढेकार गए इस मामले को जिला प्रशासन संज्ञान लेकर मामले की पारदर्शिता पूर्ण जांच करें और आवश्यक कार्रवाई करें।
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