उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) कानपुर।नर्वल तहसील के ग्राम बिरहर में ग्रामीणों के प्राथमिक उपचार व मातृत्व शिशु कल्याण के लिए कई लाख रुपयों की लागत से उप स्वास्थ केंद्र का निर्माण निवर्तमान सरकार ने कराया था। परन्तु स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के कारण खण्डहर में तब्दील हो गया है।आज ऐसा लगता है कि यह केंद्र स्वंय कोरोनो जैसी महामारी से पीड़ित है ,तभी तो लगभग 15 वर्षों से स्वास्थ्य विभाग के सरकारी डॉक्टर व एनम तक नही बैठते। बिरहर ग्राम पंचायत स्वंय बहुत बड़ी ग्राम सभा है इसमें पाँच गाँव जुड़े हुए हैं तो इन ग्रामीणों के अलावा आस पास के गाँवो से लोग पहले इलाज कराने आते थे परंतु कोई स्वस्थ सुविधाएं न होने से लोग इलाज के अभाव में मर रहे हैं। उन्हें कानपुर शहर के प्राइवेट अस्पतालों में शरण लेनी पड़ती है जहाँ गरीब को स्वयं अपने को गिरवीं रखना पड़ता हैं।
गाँव की नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान उमा मिश्रा ने बताया कि गाँव की जनता के प्राथमिक उपचार व मातृत्व शिशु कल्याण हेतु स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र खण्डहर बन सफेद हाँथी की तरह खड़ा है और ग्रामीण जनता इलाज के अभाव में कराह रही है। ग्राम प्रधान के साथ सैकड़ों ग्रामीणजनता ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि ऐसे कोरोना महामारी के समय स्वास्थ्य केंद्र की हालत ठीक कर के इलाज मुहैया कराते हुए कोविड वैक्सीन केंद्र बनाया जाए ,और नियमित रूप से डॉक्टरस एनम व अन्य स्वास्थ्य कर्मी बैठने की व्यवस्था की जाय।
संवाददाता आकाश चौधरी कानपुर
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