प्रधानाचार्यों की भर्ती लटका चयनबोर्ड ने 2500 बेरोजगारों को प्रवक्ता बनने से रोका-उदयराज मिश्र 

राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) अंबेडकर नगर
अम्बेडकर नगर।प्रदेश के तकरीबन 3200 माध्यमिक विद्यालयों में नियमित प्रधानाचार्यों की भर्ती के नाम पर दशकों से भर्तियों को चयनबोर्ड द्वारा लटकाने से ढाई हजार से अधिक बेरोजगारों को प्रवक्ता औरकि तीन हजार से अधिक का सहायक अध्यापक बनने का सपना गर्दिशों के ढेर में समाता जा रहा है।जिससे माध्यमिक विद्यालयों में जहां शिक्षकों की कमी बढ़ती जा रही है वहीं बेरोजगारों में निराशा व्याप्त है।यह रहस्योद्घाटन माध्यमिक शिक्षक संघ,अम्बेडकर नगर के जिलाध्यक्ष उदयराज मिश्र ने किया है।
गौरतलब है कि प्रदेश में कुल 4502 सहायताप्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के सापेक्ष तकरीबन 1320 कॉलेजों में ही नियमित चयनित प्रधानाचार्य पदस्थ हैं।जिससे तकरीबन 70 प्रतिशत से अधिक संस्थान दशकों से नियमित प्रधानाचार्य की बाट जोहते कार्यवाहकों के हवाले हैं।अनुमानित आंकड़े के मुताबिक प्रदेश के 3182 माध्यमिक विद्यालयों में नियमित प्रधानाचार्य महज चयनबोर्ड के चलते भर्ती नहीं हो पा रहे हैं।जिससे तीन हजार से अधिक युवाओं को अध्यापक बनने का सपना चकनाचूर होता दिख रहा है।
ध्यातव्य है कि वर्ष 2009 के पश्चात चयनबोर्ड ने 2011 व 2013 में क्रमशः 954 व 599 प्रधानाचार्यों की भर्तियों के विज्ञापन जारी किए थे किंतु एकदशक से भी अधिक समय में अभीतक 2011 का ही विज्ञापन पूर्णता को प्राप्त नहीं हो पाया।लिहाजा 2013 के विज्ञापन की बात करना ही ग़ैरमुनासिब है।
इस बाबत उक्त शिक्षक नेता के अनुसार नियमित प्रधानाचार्यों की जगह प्रवक्ताओं व सहायक अध्यापकों को कार्यवाहक तथा तदर्थ बनाये जाने से प्रतिदिन औसतन एल टी ग्रेड के उन्नीस हजार दो सौ अन्यथा प्रवक्ता ग्रेड के सोलह हजार पीरियड बिना पढाई के व्यर्थ जा रहे हैं क्योंकि प्रधानाचार्य बने शिक्षक 6 या 5 वादन की जगह सामान्यतः केवल 2 वादन ही पढ़ाते हैं।यदि इन पदों पर नियमित भर्तियां होतीं तो जहां प्रतिदिन प्रदेश में उन्नीस हजार पीरियड पूरी तरह संचालित होते वहीं तकरीबन 6400 पीरियड नए प्रधानाचार्य भी पढ़ाते।इसप्रकार प्रधानाचार्यों की नियमित भर्ती करने पर जहां तीन हजार प्रशिक्षित युवा एकओर सेवारत होते वहीं पच्चीस हजार से ज्यादा वादन प्रतिदिन अतिरिक्त पढाई होने से माध्यमिक विद्यालयों का कायाकल्प भी तय था।उन्होंने वर्ष 2011 के अवशेष 6 मंडलों के परिणाम घोषित करने के साथ-साथ 2013 के विज्ञापन को भी पूर्ण किये जाने की सरकार व चयनबोर्ड से मांग की है।

रिपोर्ट- विमलेश विश्वकर्मा ब्यूरो चीफ अंबेडकरनगर