शासकीय जमीनों से अतिक्रमण को तत्काल खाली कराया जाय -जिलाधिकारी

उत्तर प्रदेश(दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट-जिलाधिकारी शेषमणि पाण्डेय की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आइजीआरएस, पीजी पोर्टल, स्वच्छ शौचालय, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, आवास, गौशाला का संचालन आदि विकास कार्यों से संबंधित बैठक संपन्न हुई।जिलाधिकारी ने समस्त जनपद स्तरीय अधिकारियों से कहा कि आज जो समीक्षा की जा रही है उसमें शासन के मुख्य बिंदु हैं इसको मुख्य सचिव द्वारा प्रत्येक सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की जाती है इन बिंदुओं पर गंभीर होकर कार्य कराएं खेल के मैदान व चारागाह पर उप जिलाधिकारी व खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि संबंधित प्रपत्र पर स्थलीय निरीक्षण करके संयुक्त हस्ताक्षर से सूची उपलब्ध कराएं और खेल के मैदानों पर तत्काल खण्ड विकास अधिकारी कार्य शुरू करा दें तथा जिन चारागाह में गौशाला संचालित है उसमें जो शेष जमीन है उस पर चरागाह निर्माण की व्यवस्था कराएं जो बड़े 5 हेक्टेयर से तालाब ऊपर हैं उन्हें लघु सिंचाई विभाग सुंदरीकरण का कार्य कराएं। उप जिलाधिकारियों से कहा कि शासकीय जमीनों पर अतिक्रमण को तत्काल खाली करा दें और ग्राम पंचायतों से उन पर कार्य शुरू करा दे खेल के मैदान आबादी ,स्कूल के आसपास की ही जमीन चिन्हित की जाए। श्रम प्रवर्तन अधिकारी को निर्देश दिए कि मनरेगा के मजदूरों का शत-प्रतिशत ब्लकवार प्लान तैयार कराकर रजिस्ट्रेशन कराएं। अग्रणी जिला प्रबंधक तथा डीसी मनरेगा भी कार्य कराएं । अब मेगा कैंप फिर से लगाए जाएंगे जिसके नोडल डीसी मनरेगा रहेंगे तथा ब्लाक में जो नोडल अधिकारी नियुक्त है वह अपनी देखरेख में जनप्रतिनिधियों को बुलाकर मेगा कैंप का आयोजन कराएंगे तथा जो नए आवास पेंशन आदि जन कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों के आवेदन पत्र स्वीत हुए हैं उनमें जनप्रतिनिधियों को बुलाकर स्वीति पत्र का वितरण कराएं। उन्होंने खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो ग्राम पंचायत अधिकारी गांव में अवैध रूप से डोंगल से पैसा निकालें तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए स्वच्छ शौचालय के निर्माण में तेजी लाई जाए इन कार्यों पर किसी भी तरह की कोताही ना बरतें । इसकी समीक्षा खण्ड विकास अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत तथा जिला पंचायत राज अधिकारी को बुलाकर मुख्य विकास अधिकारी करें । उन्होंने खण्ड विकास अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि जिन ग्राम पंचायतों की गोवंश भरण-पोषण की मांग की पत्रावलियां लंबित है उनको तत्काल भुगतान कराया जाए। सभी गौशालाओं की प्रतिदिन की फोटोग्राफ्स अपलोड किया जाए प्रतिदिन खण्ड विकास अधिकारी पांच गौशालाओं का निरीक्षण करें पराली,भूसा के अलावा हरा चारा भी खिलाया जाए । उन्होंने कहा कि गौशाला पर खाने-पीने की प्रत्येक दशा में रहे जो कमियां हैं उन्हें तत्काल दुरुस्त करा लिया जाए। जो गौशाला में प्राइवेट जमीनों पर बनी है उन पर मनरेगा योजना से कम्युनिटी सेट का निर्माण कराया जाए। उन्होंने कहा कि अभी तक इसमें किसी भी विकास खण्ड में कार्य नहीं किया गया है एवं संख्या अधिकारी से कहा कि सभी खंड विकास अधिकारियों, सहायक विकास अधिकारी पंचायत का इसमें जवाब तलब किया जाए तथा बैठक में अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत के उपस्थित न होने पर इनका भी जवाब तलब किया जाए । उन्होंने कहा कि भरण-पोषण का जो निर्धारित प्रोफार्मा है उसी के अनुसार धनराशि की मांग की जाए स्थाई गौशाला के निर्माण के संबंध में कहा कि इस पर गति प्रदान की जाए । प्रत्येक दशा में फरवरी माह तक पूर्ण हो जाना चाहिए कान्हा गौशाला के निर्माण की प्रगति धीमी होने पर अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद कर्वी तथा मानिकपुर का जवाब तलब किया जाए इनके द्वारा कान्हा गौशाला के निर्माण में रुचि नहीं ली जा रही। कन्या सुमंगला योजना में कहा कि मेरे द्वारा निर्देश देने के बावजूद भी संबंधित विभाग इस योजना पर प्रगति नहीं की जा रही यह अत्यंत खेद जनक हैं । उन्होंने कहा कि यह शासन की मुख्य बिंदुओं की योजना है जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश दिए कि जो खण्ड विकास अधिकारी कल तक आवेदन पत्र उपलब्ध न करायें तो उनके खिलाफ कार्यवाही कराएं। उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों व खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि कन्या सुमंगला योजना तथा गौशाला संचालन की रिपोर्ट तत्काल उपलब्ध कराएं। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करें। जिन जिन योजनाओं पर इन लोगों द्वारा प्रगति नहीं की गई उन्हें चिन्हित करके इनके खिलाफ कार्यवाही भी करें उन्होंने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, चिल्ली मल धान क्रय केंद्र, अपरेशन कायाकल्प, आवास आदि विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बिंदुवार की। जिलाधिकारी ने आइजीआरएस, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन आदि की समीक्षा पर कहा कि 31 जनवरी 2020 तक प्रत्येक दशा में सभी समस्याओं का गुणवत्ता युक्त निस्तारण हो जाना चाहिए कोई भी समस्या डिफाल्टर ना हो इसको सभी अधिकारी देख लें।शोभन सरकार ऐंचवारा में हिमाचल प्रदेश के डक्टर कपूर वैद्य जी द्वारा गोवंश के गोमूत्र और गोबर से कौन-कौन सी वस्तुओं का निर्माण किया जाता है इस संबंध में उनके द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है वह आज कलेक्ट्रेट सभागार में सभी अधिकारियों से कहा कि गोवंश के गोमूत्र और गोबर से बनी वस्तुओं में अधिक से अधिक लाभ है जो गाय समस्या बनी है वह वरदान साबित होंगी अगर गोबर से वस्तुओं का निर्माण कराया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि गाय के गोबर में इतनी ताकत है उसका कोई आकलन नहीं कर सकता आज जो डक्टर कपूर ने गोवां के गोबर से उत्पन्न चटाइ,पेस्ट आदि का निर्माण किया है वह लाभदायक है जो गौमाता आज कहीं ना कहीं उपेक्षा का शिकार है उसे रेखांकित करने की जरूरत है।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ड0 महेंद्र कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी ड0 विनोद कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक बलवंत चौधरी, उप जिलाधिकारी कर्वी अश्विनी कुमार पाण्डेय, मऊ राजबहादुर, मानिकपुर संगम लाल, राजापुर राहुल कश्यप, अपर उपजिलाधिकारी रामप्रकाश, परियोजना निदेशक आनंद कुमार सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव चित्रकूट