उत्तर प्रदेश (राष्ट्रीय दैनिक कर्मभूमि)जौनपुर
जौनपुर।भारतीय जनता पार्टी के द्वारा आज 91 से सीटों पर घोषणा की गई कई पुराने चेहरों पर तो कई नए चेहरों पर दांव लगाया गया हम बात करते हैं जौनपुर जनपद में 4 विधानसभा की दावेदारी पर अपने पुराने विधायकों पर विश्वास जताकर फिर से उन्हें टिकट दिया है क्या यह विधायक अपने शीर्ष नेतृत्व के विश्वास पर खारे उतरते हैं यह तो भविष्य तय करेगा। जौनपुर के सदर विधानसभा सीट से मंत्री गिरीश चंद यादव पर पार्टी ने फिर से भरोसा जताया इस विधानसभा में टिकट पाने के लिए कई नेता कयास लगा कर बैठे थे तो कुछ दिन पहले इनका विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिला लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने अपने एक मजबूत कार्यकर्ता पर विश्वास जताते हुए फिर से प्रत्याशी बनाया यह अपने सरकार के साथ हमेशा खड़े रहते हैं जनता का इस बार इनको सहयोग मिलेगा या नहीं भविष्य तय करेगा लेकिन जहां तक इनकी छवि की बात है तो यह सरल वह सहज स्वभाव के रूप में जाने जाते हैं अपराधिक इतिहास भी इनका नहीं है
बदलापुर से फिर से कमान संभालेंगे रमेश मिश्रा
बदलापुर से वर्तमान विधायक के का कार्य की लगातार क्षेत्र में चर्चा बनी रहती है ये ऐसे विधायक हैं जो अपने कार्यकाल में अनेकों कार्य किए हैं वही एक सर्वे का माने तो यह फिर से इस बार विधायक के रूप में शपथ लेंग। अन्य नेता भी टिकट को लेकर लगे हुए थे लेकिन रमेश मिश्रा ने अपने वर्चस्व को कायम रखने के साथ-साथ विरोधियों के सामने अपने सम्मान को बरकरार रखा । देखना है कि क्या इस बार जनता के सामने खरे उतरते हैं या नहीं यह तो बदलापुर की जनता तय करेंगी।
जफराबाद से डॉक्टर हरेंद्र सिंह ने फिर रखना अपना जलवा बरकरार
जफराबाद विधानसभा से लगातार चौथी बार टिकट को बचाने में कामयाब हुए डॉक्टर हरेंद्र सिंह । इनका क्षेत्र में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन भी हुआ लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने ने फिर से विश्वास जताया है क्या शीर्ष नेतृत्व के विश्वास पर खरे उतरेंगे या नहीं यह तो भविष्य के गर्भ में है इस विधानसभा में टिकट की दावेदारी की लंबी कतार लगी हुई थी राजनीतिक गलियारों में कुछ उम्मीदवारों ने काफी कयास लगाए हुए थे मगर टिकट घोषणा होते हुए बड़े-बड़े दिग्गजों के पैरों तले की जमीन खिसक गई दावेदारों में सुनील सिंह, डॉक्टर अजुवेंद्र दुबे, संदीप सिंह, रितुरानी मिश्रा व अन्य लोग टिकट की दावेदारी पेश की थी अब देखना है कि जो दावेदार है वह डॉक्टर हरेंद्र सिंह के पक्ष में आकर सहयोग करते हैं या विरोध यह तो अभी तय नहीं है
दिनेश चौधरी ने भी केराकत से टिकट लेकर संगठन में अच्छी छवि होने का प्रमाण दिया
केराकत विधानसभा में पिछले चुनाव में सपा के प्रत्याशी को हराकर अपने जीत का परचम लहराया था लेकिन आचार संहिता लगने के बाद इनका क्षेत्र में कई मुद्दों को लेकर पुतला दहन व विरोध प्रदर्शन देखने को मिला लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने इन पर विश्वास जताते हुए ने इन्हें एक बार फिर केराकत विधानसभा से मौका दिया है अब कितना उस पर खरे उतरते हैं यह तो परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा ।इन चारों विधायकों में फिर से किसके सर पर ताज सजेगा और कौन फिर से जाकर विधानसभा में गरजेगा यह तो जनता व इनका काम तय करेगा।
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