ग्राम पंचायत में स्वच्छता अभियान की उड़ रही धज्जियां,गांव में लगा गंदगी का अंबार

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय(दैनिक कर्मभूमि)चित्रकूट जिले के विकासखंड कर्वी के ग्राम पंचायत तरांव में इन दिनों स्वच्छता अभियान की खुलेआम धज्जियां उड़ रही है। गांव में घरों के चारों तरफ गंदगी का आलम है ।ग्राम पंचायत अधिकारी को इसकी जानकारी दी गई है । लेकिन ग्राम पंचायत अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है । बताया जा रहा है कि गांव की सड़कें गंदगी से भरी पड़ी हुई है । जिसकी वजह से गांव के लोग गंभीर बीमारी से संक्रमित हो रहे हैं। गांव में माह ने एक दिन सफाई की जाती है। जिसकी वजह से गांव में आने जाने में लोगो को परेशानियां हो रही है। गंदगी से भरी पड़ी नालियां लोगों के लिए मुसीबत बन रही हैं ।लोगों को आने जाने में मल मूत्र से भरे कीचड़ से गुजरना पड़ रहा है। तो वहीं छोटे मासूम बच्चे घरों से बाहर निकलने के लिए भी तरसते नजर आ रहे हैं। भले ही स्वच्छता अभियान देश मे सफल हो रहा हो और स्वच्छता अभियान के तहत देश स्वच्छता की ओर बढ़ रहा हो लेकिन गांव का नजारा देख ऐसा लगता है कि स्वच्छता अभियान सिर्फ कागजों पर ही सफल हो रहा है। बल्कि जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही है। ग्रामीणों ने तो इतना भी कह डाला कि जब भी सफाई की बात ग्राम पंचायत अधिकारी से कही जाती है तो ग्राम पंचायत अधिकारी कहता है कि सफाई में करने नहीं आऊंगा जिस कर्मचारी की नियुक्ति की गई है। वह सफाई कर्मचारी सफाई कर रहा है। सफाई कराना मेरी जिम्मेदारी नहीं है । ग्राम पंचायत अधिकारी की ऐसे बातचीत रैवये से भी ग्रामीण काफी नाखुश दिख रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि हमने स्वच्छता अभियान की बातें तो बड़ी बड़ी सुनी लेकिन हमारे गांव में आज तक ना तो सही से गांव की नालियों की सफाई की गई ना ही कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया गया। जिसकी वजह से लगातार गांव में मच्छरों का प्रकोप भी जारी है और छोटे बड़े बच्चे जवान संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। वहीं ग्राम प्रधान से जब गांव की सफाई के बारे में जानकारी ली गई तो उनका कहना है कि गांव में सिर्फ एक ही सफाई कर्मचारी नियुक्त है और गांव बड़ा है जिसकी वजह से 1 सफाई कर्मचारी की नियुक्ति में पूरा गांव का सफाई हो पाना संभव नहीं है ग्राम प्रधान के बयान से अंदाजा लगाया जा सकता है कि गांव को साफ सुथरा रखने के लिए ग्राम पंचायत में कम से कम 2 या 3 सफाई कर्मचारी की नियुक्ति होना आवश्यक है। वहीं अब देखना यह है कि स्वच्छ भारत मिशन को सफल करने के लिए जिले के उच्च अधिकारी जोर कितना ध्यान देते हैं।

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट