दुर्घटना में कई मौतें होने के बाद भी नहीं जागा प्रशासन

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय(दैनिक कर्मभूमि)चित्रकूट। जिला के राजमार्गों में अतिक्रमण कर दुकान लगाना आम बात हो चुकी है। चित्रकूट से लेकर आम कस्बे चौक चौराहों में आसानी से देख सकते हैं जहां मुख्य मार्गों को अतिक्रमण कर दुकान लगाई जा रही हैं और प्रशासन चुप्पी साधे बैठा हुआ है। ऐसा ही मामला भरतकूप मुख्यमार्ग में देखने को मिलता है। जंहा लगातार राज्यमार्ग में अतिक्रमण जारी है। यंहा एक वाहन से दूसरे वाहन के गुजरने के लिए जगह भी नहीं रहती है। और घंटों का जाम लग जाता है जिससे आवागमन बाधित होने की वजह से राहगीरों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन प्रशासन अतिक्रमण हटाने की जगह चुप्पी साधे बैठा हुआ है। बतादें कि भरतकूप क्रेशर नगरी होने के साथ-साथ यह भरतकूप तीर्थ स्थल है और मुख्य मार्ग भी है जो बांदा कबरई महोबा व उत्तर प्रदेश के कई जिलों को जाने वाले लोग इसी मार्ग से होकर गुजरते हैं। लेकिन जैसे ही चित्रकूट पहुंचते हैं तो बड़े वाहनों को गुजरने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है घंटों बड़े वाहन फंसने की वजह से छोटे बड़े वाहन भी जाम में फंस जाते हैं और घंटों का समय राहगीरों का बर्बाद होता है। कभी-कभी वहां जाम होने की वजह से विवाद की स्थिति पैदा हो जाती है जानकारी देने के बाद स्थानीय प्रशासन व जिले का प्रशासन मूक दर्शक बना नजर आता रहता है। जबकि कई सड़क दुर्घटनाओं में यहां कई लोगों की जानें जा चुकी है इसकी मेन वजह यही थी कि राज्य मार्ग के चारों तरफ अतिक्रमण हो जाने की वजह से वाहनों के गुजरने के लिए जगह नहीं रहती है। और वाहन घंटों निकलने की लाइन पर खड़े रहते हैं। लेकिन सड़क के किनारे मुख्य मार्ग में लगातार अतिक्रमण करने का सिलसिला जारी है और रोज मुख्य मार्ग में नई दुकानें सजती देखी जा रही हैं। मुख्य मार्गो में सब्जी ठेले फल ठेले व अन्य कई दुकान संचालकों द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है लेकिन प्रशासन के सुस्त रवैए की वजह से किसी को किसी तरह का भय नहीं है और रोजाना किसी न किसी मार्ग में किसी व्यक्ति के द्वारा अतिक्रमण कर दुकान संचालन का कार्य किया जा रहा है। यदि प्रशासन जमीनी स्तर पर कार्रवाई करता तो राजमार्ग में हो रहे अतिक्रमण से लोगों को निजात मिलता और आवागमन बाधित ना होता।

जिला प्रशासन व स्थानीय प्रशासन को बड़े हादसे का इंतजार – राजमार्ग व मुख्य मार्गों में लगातार हो रहे अतिक्रमण को लेकर आम राहगीरों का कहना है कि शायद जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन को बड़े हादसे का इंतजार है और यही वजह है कि मुख्य मार्ग व राजमार्ग में लगातार हो रहे अतिक्रमण को प्रशासन के द्वारा खाली नहीं कराया जा रहा है। प्रशासन के सुस्त रवैए से ही जिले में कई लोगों की जानें जा चुकी है लेकिन इसके बाद भी प्रशासन नहीं जागा है।

आखिर किसका सता रहा जिला व स्थानीय प्रशासन को भय- कुछ लोगों ने अपना नाम छुपाते हुए कहा कि जिला या स्थानीय प्रशासन को पता नहीं किसका भय सता रहा है जो लगातार राजमार्ग व मुख्य मार्गों में अतिक्रमण जारी है और कार्यवाही नहीं हो रही है। जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन की सुस्त कार्यशैली की वजह से सड़क दुर्घटना में आए दिन किसी न किसी की जान जा रही है। इसके बाद भी जिला व स्थानीय प्रशासन नहीं जाग रहा है कहीं ऐसा ना हो कि अतिक्रमण करने वाले किसी दिन बड़े हादसे का शिकार हो जाएं और जिला प्रशासन व स्थानीय प्रशासन हाथ में हाथ धरे बैठा रहे।

 

*रिपोर्ट* पंकज सिंह राणा जनपद- चित्रकूट