बाढ़ ने ले ली दो छात्रों की जान,लगभग डेढ़ दर्जन गांवों में आवागमन की दिक्कत

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) राजापुर, मऊ, चित्रकूट: यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से यमुना के तटवर्ती गांवों में बाढ़ का खतरा बरकरार है। लगभग डेढ़ दर्जन गांवों में जलस्तर कम न होने से आवागमन प्रभावित है और लोग दिक्कत में हैं। एसडीएम नवदीप शुक्ला ने तहसीलदार शशिकांत मणि के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने अधीनस्थों को बाढ़ पर नजर रखने के निर्देश दिए।

उप जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित गांवों के प्राथमिक विद्यालयों में चैकियां बनवा दी गई हैं। अगर आवश्यकता पड़ेगी तो उसमें ग्रामीणों को ठहराया जाएगा। बताया कि मऊ तहसील क्षेत्र में प्रशासन द्वारा मवई कला में तीन, सेशा सुबकरा में एक और परदवां में दो नावें लगाई गई हैं। मवई कला, मंडौर, बरहा कोटरा आदि मिलाकर क्षेत्र के 17 गांव प्रभावित हैं। कई गांवों में आवागमन बाधित है। उधर, पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार पानी बरसने से यमुना नदी के साथ-साथ नदी-नाले उफान पर हैं। ज्यादातर नाले सड़क के ऊपर से बह रहे हैं। यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण नालों का पानी वापस लौट रहा है, जिससे पहाड़ी व मऊ ब्लाक के तिरहार क्षेत्रों में सड़कों पर पानी भर गया है और आवागमन की दिक्कत हो रही है। उधर, गुरुवार को एक छात्र सहित दो लोगों की डूबकर मौत हो गई। गुरुवार को गुंता बांध से निकलने वाली नदी में सड़क पार करते समय एक व्यक्ति बहाव में बह गया। इसका पता न चलने पर अपर जिलाधिकारी कुंवर बहादुर सिंह ने राज्य आपदा मोचक बल एसडीआरएफ के सेनानायक को जिलाधिकारी की ओर से पत्र लिखकर टीम भेजने का अनुरोध किया था। हालांकि एसडीएम मानिकपुर प्रमेश श्रीवास्तव ने बताया कि युवक के शव को गोताखोरों ने नदी से देर शाम निकाल लिया। मऊ अंतर्गत टिकरा में कक्षा तीन का छात्र आशीष पुत्र राधे नहाते समय बह गया। लगभग तीन घंटे बाद उसका शव ही बाहर निकाला जा सका।

 

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

*जनपद* चित्रकूट