अभिभावक व अध्यापक मिलकर बनाएंगे निपुण बालक

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट: स्कूल शिक्षा महानिदेशक के आदेश के क्रम में गुरूवार को संकुल रूखमा खुर्द के स्कूलों में अभिभावकों की बैठकों का आयोजन किया गया। इस दौरान प्राथमिक विद्यालय नया पुरवा में राकेश सिंह पटेल ने कहा कि बिना अभिभावकों के सहयोग के निपुण भारत कार्यक्रम के उद्देश्य नहीं हासिल किए जा सकते हैं। ज्ञात हो कि बच्चों में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के बिना अन्य विषयों का अधिगम प्रभावी नहीं हो सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने नई शिक्षा नीति के तहत 1 जुलाई 2001 से निपुण भारत कार्यक्रम शुरू किया है। जिसके तहत कक्षा 1 से 3 तक के बच्चों के लिए भाषा और गणित में निपुण लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। स्कूलों में अभिभावक बैठक का उद्देश्य इन्हीं लक्ष्यों को हासिल करने में अभिभावकों का सहयोग प्राप्त करने के लिए करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। इसी क्रम में उच्च प्राथमिक विद्यालय लखनपुर में भी बैठक आयोजित की गई। इस दौरान विद्यालय के लिए भूमि दान करने वाले बुजुर्ग ने विद्यालय परिवार को नित नई ऊंचाइयां छूने के लिए आशीर्वाद दिया। उन्होंने हेड मास्टर अजय कुमार और विद्यालय स्टाफ द्वारा बच्चों को दी जा रही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए बधाई दी। कार्यक्रम में एजुकेट गर्ल्स संस्था के प्रतिनिधि ने भी शिरकत की।

मंगलवार को संकुल किहुनिया के स्कूलों में इस संबंधी अभिभावकों की बैठक हुई। कंपोजिट स्कूल इटवा डुडैला में आयोजित बैठक में राकेश सिंह पटेल ने अभिभावकों को निशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा कानून 2009 का हवाला देते हुए बताया कि विद्यालयों में शिक्षक अपनी पूरी सामर्थ्य से बच्चों को उनकी कक्षा अनुरूप दक्षताओं तक पहुंचाने में लगे हैं, लेकिन बच्चों की अनियमितता इसमें बाधक बनती है। इसलिए अभिभावक अपने पाल्यों को प्रतिदिन स्कूल भेजें। अवधेश कुमार ने बच्चों को यूनिफार्म और स्टेशनरी आदि के लिए डीबीटी के माध्यम से भेजी जा रही धनराशि प्राप्त होने में आ रही बैंक खाता सीडेड नॉन सीडेड की समस्या पर प्रकाश डाला।

उधर प्राथमिक विद्यालय बड़ी पाटिन में माताओं की बैठक आयोजित हुई। इस दौरान सभी बच्चों को पेंसिल देकर सम्मानित किया गया। विद्यालय की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका पद्मा द्विवेदी ने माताओं का आह्वान किया कि वह अपने बच्चों को नियमित विद्यालय भेजें, जिससे उन्हें निपुण बच्चा बनाया जा सके।

 

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

*जनपद* चित्रकूट