एफपीओ गठन के लिए किसानों को करें जागरूक – डीएम

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकुट: जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द की अध्यक्षता में सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन के अंतर्गत आत्मा गवर्निंग बोर्ड एवं कृषक उत्पादक संगठन की समीक्षा बैठक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।

जिलाधिकारी ने सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, नेशनल मिशन ऑन एडिबल आयल योजना, परंपरागत कृषि विकास योजना, प्राकृतिक खेती की कार्य योजना, प्रमोशन आफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन फॉर इनसीटू मैनेजमेंट आफ क्रॉप रेजिड्यू योजना, भूमि संरक्षण की योजनाओं एवं एफपीओ गठन आदि की विस्तृत समीक्षा की।

जिलाधिकारी ने उपनिदेशक कृषि राजकुमार को निर्देश दिए कि किसानों को दलहन में अरहर, चना, मसूर के जो छोटे दाने की खेती किसान करते हैं, उसके मार्केटिंग की व्यवस्था कराई जाए तथा बड़े दाने की खेती के लिए किसानों को बीज उपलब्ध करा कर एफपीओ का गठन करा कर ग्रुप बनाकर फसलों का उत्पादन कराएं ताकि किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी हो, तथा किसानों को जहां पर दलहन की खेती अच्छी होती है, वहां का भ्रमण कराकर उन्हें जानकारी दिलाई जाए तथा जो किसान वहां से प्रशिक्षण लेकर आए तो उनसे यहां के किसानों को भी प्रशिक्षण दिलाएं। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से कहा कि जो कृषक दूध उत्पादन कर रहे हैं, उसमें दस लोगों का ग्रुप बना कर उन्हें बाहर प्रशिक्षण दिलाया जाए ताकि दुग्ध उत्पादन को भी बढ़ावा दिया जा सके। इसी प्रकार सहायक निदेशक मत्स्य को निर्देश दिए कि मत्स्य पालकों को भी भ्रमण कराकर मत्स्य पालन पर भी बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने उपनिदेशक कृषि से कहा कि सब्जी वाले किसानों को कृषि केंद्र मझगवां का भ्रमण अवश्य कराएं, तथा प्रत्येक ब्लॉक व जनपद स्तर पर किसान गोष्ठी का भी आयोजन कराए। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में ज्वार, धान, बाजरा का प्रदर्शन कराया गया है, उसका निरीक्षण कराएं, रबी की फसलों में गेहूं में शरबती एवं चना में बड़े दाने की व्यवस्था करा कर किसानों को समय से उपलब्ध कराकर बुवाई कराएं। इसमें आप जिला कृषि अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र गनीवां मिलकर कार्य करें। उन्होंने डीडीएम नाबार्ड को निर्देश दिए कि और किसानों के एफपीओ का गठन कराकर दलहन तिलहन उद्यानीकरण, फल, फूल, सब्जी, जड़ी बूटी की खेती को बढ़ावा दिया जाए। जिलाधिकारी ने उपनिदेशक कृषि से यह भी कहा कि अगली बैठक में जो एफपीओ कार्य कर रहे हैं, उनके संस्था के लिपिक को भी बुलाया जाए जो लेन-देन करता है ताकि यह पता चल सके कि इन लोगों को फायदा हो रहा है कि नहीं। जिलाधिकारी ने उप निदेशक कृषि से कहा कि जो योजनाएं कृषि विभाग से संचालित की जा रही हैं, उसमें किसानों को अधिक से अधिक लाभ दिलाएं। जिन कृषि यंत्रों एवं बीजों में सब्सिडी दी जाती है, उसे डीबीटी के माध्यम से ही किसानों के खातों में भेजा जाए तथा जिन योजनाओं में किसानों का चयन किया जाए उसे पारदर्शिता के आधार पर कराएं। किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत खेत तालाब योजना की समीक्षा पर भूमि संरक्षण अधिकारी हरिराज ने बताया कि इस वर्ष खेत तालाब योजना में 1181 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। जिसमें किसानों से टोकन जनरेट करके धनराशि जमा कराकर सत्यापन कर कार्य कराया जा रहा है। जिलाधिकारी ने उप निदेशक कृषि से कहा कि खेत तालाब योजना में जितने किसानों ने ऑनलाइन आवेदन किया था और सत्यापन के बाद जो अपात्र पाए गए उसकी जांच कर सूची उपलब्ध कराएं। उन्होंने भूमि संरक्षण अधिकारियों से कहा कि गत वर्ष के बने खेत तालाब का निरीक्षण कराएं एवं गत वर्ष जो किसानों के क्लस्टर बनाकर उद्यान, कृषि, मत्स्य, पशुपालन में कार्य कराए गए हैं, उसका भी निरीक्षण कराया जाए। उन्होंने कहा कि जो खेत तालाब निर्माण में गत वर्ष के अभी अधूरे हैं, उन्हें तत्काल पूर्ण करा दिया जाए।

बैठक में जिला विकास अधिकारी आरके त्रिपाठी, जिला कृषि अधिकारी आरपी शुक्ला, अग्रणी जिला प्रबंधक इंडियन बैंक दीपक कुमार, भूमि संरक्षण अधिकारी हरिराज, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, सहायक निदेशक मत्स्य आदि मौजूद रहें।

 

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

*जनपद* चित्रकूट