सैम से सामान्य श्रेणी में आए बच्चों की दें जानकारी-डीएम

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट: जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को हुई।

जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास मनोज कुमार को निर्देश दिए कि सैम बच्चे जो सामान्य श्रेणी में आते हैं, उसका बाल विकास परियोजना अधिकारियों से सत्यापन कराकर रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। ई-कवच ऐप पर फीडिंग कम होने के मामले में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी प्रगति कराएं। पोषण पुनर्वास केंद्र में लक्ष्य के सापेक्ष बच्चों को भर्ती कराकर स्वास्थ्य लाभ दिलाया जाए। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी से कहा कि बी एच एस एन डी सेशन के दिन ग्राम प्रधानों को निर्देश दे कि वह इस कार्य में सहयोग करें। जिला विकास अधिकारी से कहा कि गत माह के सेशन में कितने प्रधानों को सूचित किया गया है इसकी जांच कर अवगत कराएं। एनीमिक जांच में क्या डाटा आता है, उसकी सूचना प्रभारी चिकित्सा अधिकारी उपलब्ध कराएं। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी से कहा कि तीन दिन में एकत्र करके दे, जो एएनएम जांचे नहीं कर पा रही है उनको प्रशिक्षण दिलाया जाए। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी से कहा कि जिन नोडल अधिकारियों ने गोद लिए आंगनबाड़ी केंद्रों एवं बी एच एस एन डी की रिपोर्ट पर्यवेक्षकों द्वारा उपलब्ध नहीं कराई गई है, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कराएं। मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक बैठक भी कराई जाए, मैम श्रेणी से जो सैम में बच्चा गया है, उसको देखें तथा सैम मैम श्रेणी के बच्चों के परिवार वालों को स्वास्थ्य लाभ खानपान की सही जानकारी एएनएम आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व आशा उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत आयोजित गतिविधियों की कुछ विभागों की फीडिंग नहीं हुई है, सभी विभागों से संपर्क करके फीडिंग कराएं। बाल विकास परियोजना अधिकारी मऊ से कहा कि जो आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण के लिए जगह में समस्या है और कार्य रुका है तो एसडीएम से संपर्क करके निस्तारण कराएं। जिन आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण शुरू नहीं हुए हैं, वहां पर तत्काल शुरू कराएं। यह सभी सीडीपीओ सुनिश्चित करें। जिला कार्यक्रम अधिकारी से कहा कि निर्माण कार्यों की कमेटी बनाकर गुणवत्ता की जांच कराएं। जिला विकास अधिकारी से कहा कि सबसे अधिक मऊ के आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण में समस्या है, खंड विकास अधिकारी मऊ से संपर्क कर प्रगति कराई जाए। जिला कार्यक्रम अधिकारी से कहा कि जो सैम मैम के बच्चों के घरों पर शौचालय नहीं है, उसका बाल विकास परियोजना अधिकारियों से सर्वे कराकर जिला पंचायत राज अधिकारी को सूची उपलब्ध कराई जाए ताकि वहां पर शौचालय का निर्माण कराया जा सके। उन्होंने कहा कि बी एच एस एन डी के जो कंट्रोलिंग अधिकारी हैं, वह अपने नीचे स्तर के अधिकारी, कर्मचारियों की रिपोर्टिंग अवश्य करें। इसी प्रकार जिला पूर्ति अधिकारी तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भी कराएं। जिन केंद्रों पर स्टेटियो मीटर बजन मशीन नहीं है, वहां पर ग्राम प्रधानों से संपर्क करके व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने बाल विकास परियोजना अधिकारियों से कहा कि जो आंगनबाड़ी कार्यकत्री बच्चों के बजन आदि कार्यों में कार्य न करें, उनके खिलाफ कार्रवाई कराई जाए। जिनका वजन हो रहा है तो उसकी शत-प्रतिशत फिडिंग अवश्य कराएं। उन्होंने कहा कि मऊ की प्रगति बहुत कम है, सीडीपीओ मऊ प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मऊ से संपर्क करके प्रगति कराएं । अगली बैठक में प्रगति चाहिए, इसमें किसी तरह का बहाना नहीं चाहिए। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह सितंबर के अंतर्गत स्वस्थ बालक बालिका प्रतिस्पर्धा कराई गई है, जिन्हें 2 अक्टूबर 2022 को पुरस्कृत किया जाएगा। जिलाधिकारी ने सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों से कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत लाभार्थियों को नवीन व्यवस्था के अंतर्गत जो सूखा राशन का वितरण कराया जाता है, उसका सत्यापन कराया जाए। सूखा राशन वितरण में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए। विकासखंड पहाड़ी में जो स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा राशन का उठान नहीं किया जा रहा है, उसको डीसी एनआरएलएम जाकर देखें तथा अवगत भी कराएं। प्रथम त्रैमास में पंजीकरण के उपरांत पंजीकृत गर्भवती महिलाओं को जो पोषाहार वितरण किया जा रहा है, इसका परीक्षण करा लें कि इनको जो सात बार पोषाहार दिया जाना है, उसमें किसको कितनी बार प्राप्त हुआ है। इसकी सूची उपलब्ध कराएं, बाल विकास परियोजना अधिकारियों से कहा कि जो जनप्रतिनिधि आंगनबाड़ी केंद्र गोद लिए हैं, उनके निरीक्षण की रिपोर्ट लेकर जिला कार्यक्रम अधिकारी को उपलब्ध कराएं। जिला कार्यक्रम अधिकारी से कहा कि निरीक्षण के दौरान जिन आंगनबाड़ी केंद्रों में कमियां मिली है, उसकी सूचना एकत्र करके जिला पंचायत राज अधिकारी व खंड विकास अधिकारियों के माध्यम से उनका निस्तारण कराया जाए। उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों से कहा कि अगले माह के निरीक्षण के दौरान यह देखें कि किस आंगनबाड़ी पर क्या कमी है और उसमें कितने कार्य हुआ है, उसका विवरण दें। पोषण मिशन द्वारा जारी कन्वर्जंस एक्शन प्लान के क्रियान्वयन पर स्वास्थ्य विभाग के मुख्य बिंदुओं पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि इन पर प्रगति कराई जाए, जिला कार्यक्रम अधिकारी से कहा कि जो वीएचएसएनडी सेशन में बच्चे आते हैं उन्हें स्वास्थ्य लाभ दिलाया जाए , नवजात शिशु की संख्या जिनका वजन ढाई किलो से कम है, उसमें बाल विकास परियोजना अधिकारियों को लगा कर चेक कराएं ताकि उन्हें तत्काल स्वास्थ्य लाभ की व्यवस्था करा सके। समीक्षा करें कि उनको समय से पोषाहार मिल रहा है, टीकाकरण हो रहा है कि नहीं। सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी भी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जो 11 से 14 वर्ष की स्कूल न जाने वाली किशोरियों की संख्या है , उसकी सूची जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को उपलब्ध कराएं ताकि उन्हें विद्यालय में दाखिला करा कर शिक्षा ग्रहण कराई जा सके तथा इसका विवरण अगली बैठक में अवश्य रखा जाए ताकि समीक्षा की जा सके। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह जनपद आकांक्षात्मक जिला में है, जो राज्य पोषण मिशन द्वारा शासन से निर्देश दिए गए हैं, उसी के अनुसार सभी संबंधित विभाग कार्यों को कराएं ताकि जनपद की रैंकिंग में कोई कमी न हो।

बैठक में जिला विकास अधिकारी आरके त्रिपाठी, परियोजना निदेशक ऋषि मुनि उपाध्याय, जिला पंचायत राज अधिकारी तुलसीराम, डीसी एनआरएलएम भीम जी उपाध्याय, जिला विद्यालय निरीक्षक बलिराज राम, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी लव प्रकाश यादव, जिला समाज कल्याण अधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह भदौरिया, जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी राजेंद्र कुमार, जिला आबकारी अधिकारी राजेंद्र कुमार यादव आदि मौजूद रहे।

 

 

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

*जनपद* चित्रकूट