वीवीआइपी ड्यूटी से लौट रही एंबुलेंस बिगड़ी। बना चर्चा का विषय।

उत्तर प्रदेश (राष्ट्रीय दैनिक कर्मभूमि)जौनपुर

जौनपुर(केराकत)।तहसील में उपनिबंधक कार्यालय पर अपनी जमीन को किसी बैंक के नाम लीज पर देने के लिए कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के बेटे अभिनव सिंहा जब रजिस्टार ऑफिस में कानूनी प्रक्रिया पूरी कर अपने काफिले के साथ वापस लौट रहे थे कि उनको छोड़कर वापस लौट रही आपातकालीन स्थिति में 108 एंबुलेंस खुज्जी केराकत के मार्ग पर ओरी के पास ही ब्रेक फेल होने के कारण किनारे खड़ी हो गई अब कहा यह जा सकता है कि जब वीवीआईपी ड्यूटी में आपातकालीन स्थिति की एंबुलेंस बिगड़ जाए तो किसी भी अनहोनी घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता क्या आपातकालीन स्थिति की एंबुलेंस का रूटीन चेकअप नही होता गौरवतलब है कि यह एंबुलेंस केराकत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से अटैच है और यहां पर आपातकालीन स्थिति में तैनात एंबुलेंस की स्थिति इतनी खराब है कि मरीज को ले जाते समय कभी भी कहीं भी बिगड़ सकती है और इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा यदि जब किसी वीवीआईपी ड्यूटी में तैनात आपातकालीन स्थिति की एंबुलेंस का यह हाल है तो हॉस्पिटल से अटैच बाकी आपातकालीन स्थिति की एंबुलेंस का क्या होगा और यदि यह बिगड़ जाए तो किसी के भी जान पर आफत बन सकती है केराकत तहसील के केराकत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के आपातकालीन स्थिति में 108 नंबर एंबुलेंस की जब वीवीआइपी ड्यूटी में लगी एंबुलेंस उपराज्यपाल के बेटे के काफीले को छोड़कर लौट रही थी और अचानक रोड पर ही बिगड़ गई तो यह तहसील में चर्चा का विषय बना गया कि जब वीवीआइपी ड्यूटी में लगी एंबुलेंस की यह हालत है जो कभी भी बिगड़ सकती है तो हॉस्पिटल से अटैच होने वाली जो एंबुलेंस मरीजों को ले जाने, ले आने के लिए संबद्ध है तो उसका क्या हाल होगा यह अपने आप में एक सोचनीय विषय है और अपने आप में प्रशासन पर भी सवालिया निशान खड़ा करता है।