राजकीय आश्रम पद्धति के विद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता में करें सुधार – डीएम 

 

 

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि)चित्रकूट। जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द की अध्यक्षता में सोमवार को राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय सरधुवा, कलचिहा व मानिकपुर के सफल संचालन एवं मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत कोचिंग संचालन के सम्बन्ध में बैठक कलेक्टरेट सभागार में हुई।

जिलाधिकारी ने राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों के शिक्षण कार्य की समीक्षा की। जिसमें राजकीय आश्रम पद्धति मानिकपुर में शिक्षा की गुणवत्ता ठीक न पाए जाने पर जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिए कि प्रधानाचार्य को प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाए। अगर इनके द्वारा शिक्षा में सुधार नहीं किया गया तो इनके खिलाफ शासन को पत्र भेजा जाएगा। उन्होंने सभी प्रधानाध्यापकों से कहा कि जिन विद्यालयों में प्रवेश के लिए बच्चे नहीं आ रहे हैं, उसमें बेटिंग के बच्चों को प्रवेश दिलाएं। भोजन एवं नाश्ता की व्यवस्था, साफ सफाई, विद्युत पेयजल अच्छी तरह से रहे और सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। छात्र-छात्राओं को उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के माध्यम से कौशल प्रशिक्षण प्रदान किए जाने के सम्बन्ध में प्रधानाचार्य आईटीआई से संपर्क करके कराएं, जिन बच्चों के आधार कार्ड लागिन नहीं हुए हैं, उनको कराकर ऑनलाइन फीडिंग कराएं। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी से कहा कि राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों तथा वृद्धा आश्रम में स्वास्थ्य कैंप लगाकर स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि सरधुवा विद्यालय में बाउंड्री वाल का निर्माण कराया जाना है, उसमें सम्बन्धित कार्यदाई संस्था को निर्देश देकर निर्माण कार्य शुरू कराएं। जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि शासन से निर्देश है कि राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों में मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना को भी लागू कर बच्चों की तैयारी कराएं। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के कोचिंग संचालन की समीक्षा पर जिला समाज कल्याण अधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह भदौरिया से कहा कि जो शिक्षक सिविल, नीट, जेईई की तैयारी बच्चों को करा रहे हैं, उनके पठन-पाठन के बारे में बच्चों से फीडबैक लिया जाए। जिस विषय के शिक्षक अभी तक नहीं है, उसकी व्यवस्था कराएं। उसमें विषय विशेषज्ञों के साथ कोचिंग वाले शिक्षकों को रखा जाए। जिला पुस्तकालय में कोचिंग संचालन के लिए सभी व्यवस्थाएं कराकर समय सारणी बनाकर शुरू कराएं। जिला विद्यालय निरीक्षक से कहा कि जिला पुस्तकालय में एक पुस्तकालय प्रभारी की भी नियुक्ति करें। जिला समाज कल्याण अधिकारी से कहा कि जो पुस्तके तैयारी के लिए क्रय की जानी है, उसको तत्काल कराएं। मोटिवेशन क्लास का भी समय सारणी बनाएं, जो बच्चे तैयारी करके शासकीय सेवा में गए हैं, उनकी भी सेवाएं ली जाएं।

इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, अपर जिलाधिकारी न्यायिक वंदिता श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी, जिला विद्यालय निरीक्षक देवेंद्र स्वरूप, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारीे लव प्रकाश यादव, खंड विकास अधिकारी कर्वी आस्था पांडेय, सहायक कोषाधिकारी अवधेश प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।