मध्यप्रदेश/दैनिक कर्मभूमि/ इंदौर: अधिवक्ता राजेश जोशी ने इंदौर में दिग्गज कांग्रेसी नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ एफआईआर करवाई। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक स्व. माधव गोलवलकर को लेकर ट्वीट किया था। एडवोकेट राजेश जोशी ने देर रात तुकोगंज थाने में शिकायत दर्ज की थी, राजेश जोशी की शिकायत के अनुसार, सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट में गुरु गोलवलकर को दलित और मुस्लिम विरोधी बताया गया था, जो अनर्गल और झूठा है। आरएसएस के द्वितीय
सरसंघचालक एम एस गोलवलकर के कुछ बयानों को गलत तरीके से पेश करने का आरोप है। दिग्विजय सिंह ने गुरू गोलवलकर के कुछ बयानों को लेकर ट्वीट किया था। इस पर आरएसएस ने आपत्ति जताई थी। साथ ही कहा था कि इसे तोड़ मरोड़कर पेश किया जा रहा है।गुरु गोलवलकर जी के दलितों, पिछड़ों और मुसलमानों के लिए व राष्ट्रीय जल जंगल व ज़मीन पर अधिकार पर क्या विचार थे अवश्य जानिए। दिग्विजय सिंह ने शनिवार को दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रमुख एम एस गोलवलकर के कुछ बयानों से लगता है कि वह दलितों, पिछड़ों और मुस्लिमों को समान अधिकारों के खिलाफ थे। इस पर संघ की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है और कहा कि दिग्विजय सिंह बयानों को तोड़ मरोड़ के पेश कर रहे हैं। आरएसएस ने आरोप लगाया कि ‘फोटोशॉप’ की गयी एक तस्वीर के माध्यम से गुरू गोलवलकर को बदनाम करने का दिग्विजय सिंह ने प्रयास किया है और इनका मकसद सामाजिक विद्वेष पैदा करना है। दिग्विजय सिंह के ट्विट पर एक ट्विटर यूजर शुभम शुक्ला ने तार्किक रूप से पलटवार करते हुए दिग्विजय सिंह से कुछ प्रश्न किये है- (1) गोलवरकर जी की मृत्यु 1973 में हुई, क्या तब तक मण्डल कमीशन आ गया था? (2) पिछड़ा वर्ग (OBC) बन चुका था? (3) तब तो सब सवर्ण ही थे ना? (4) फिर गोलवरकर जी ने पिछड़ों की बात कैसे की होगी
रिपोर्ट प्रदेश हेड राजेंद्र पांडे लखनऊ उत्तर प्रदेश
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