अभाविप वाराणसी महानगर की नवीन कार्यकरणी की बैठक बी.एच.यू. के कामधेनु सभागार में हुयी सम्पन्न

अभाविप वाराणसी महानगर की नवीन कार्यकरणी की बैठक बी.एच.यू. के कामधेनु सभागार में हुयी सम्पन्न।

अभाविप की कार्यपद्धति से राष्ट्र पुनर्निर्माण की संकल्पना संभव : आशीष चौहान

देश को अखण्ड रखने में महत्वपूर्ण रही अभाविप की भूमिका : आशीष चौहान

राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) वाराणसी।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है जो विद्यार्थियों के हित एवं राष्ट्र पुनर्निर्माण के लिए सतत कार्य कर रहा है। अभाविप ने अपनी 75 वर्षों की यात्रा पूर्ण कर अपने अमृतकाल मे प्रवेश किया है जहां आज पूरे भारत मे अभाविप की विद्यालय से लेकर अखिल भारतीय स्तर तक इकाइयां है।

अभाविप ने अपने कार्यों एवं संगठन के सुदृढ़ीकरण हेतु सम्पूर्ण भारत में इकाइयों की बैठक करती रही है। ऐसे में अभाविप वाराणसी महानगर के नवीन कार्यकरणी की बैठक सम्पन्न हुई जिसमें अभाविप के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान, राष्ट्रीय मंत्री साक्षी सिंह एवं क्षेत्रीय संगठन मंत्री घनश्याम जी उपस्थित रहे।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने कहा कि,” अभाविप का यह विराट स्वरूप संघर्षों की देन है। कार्यकर्ताओं के व्यक्तित्व निर्माण एवं सर्वांगीण विकास को सदैव ही विद्यार्थी परिषद् ने प्राथमिकता दी है। अभाविप, आज समाज के हर वर्ग तक अपनी पहुंच बना चुकी है तथा शैक्षिक-सामाजिक परिवेश को बेहतर बनाने हेतु निरंतर कार्यरत है। ऐसा कहना गलत नहीं होगा की जहां-जहां परिसर हैं ,वहां-वहां परिषद है। स्थापना काल के पश्चात चाहे वह आपातकाल का दौर रहा हो या युद्ध का दौर विद्यार्थी परिषद् हमेशा समाज एवं शैक्षिक समस्याओं के निवारण हेतु अग्रणी रहने वाला विश्व का एकमात्र छात्र संगठन है। अभाविप ने सदैव ही राष्ट्रहित में कार्य किया है और देश की अखण्डता को बचाने में अभाविप का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। ”

राष्ट्रीय मंत्री साक्षी सिंह ने अभाविप के बैठकों के क्रम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बैठकों में शत प्रतिशत कार्यपद्धति के पालन का आग्रह रहता है क्योंकि अभाविप की कार्यपद्धति भारतवर्ष की कार्यपद्धति है

महानगर मंत्री अभय सिंह ने कहा कि,” अभाविप की कार्यपद्धति को कार्यकर्ताओं का व्यक्तित्व निर्माण हो सके इसके अनुरूप बनाया गया है। अभाविप आज केवल कॉलेज परिसरों में नहीं बल्कि समाज के प्रत्येक वर्ग तक अपनी पहुंच बना चुकी है। अभाविप विमर्श एवं चिंतन के माध्यम से बदलते परिदृश्य में अपनी संस्कृति को बचाने का काम करती रहती है।”

उक्त अवसर पर काशी प्रांत अध्यक्ष प्रो० सुचिता त्रिपाठी, प्रांत संगठन मंत्री अभिलाष जी, एवं विभाग संगठन मंत्री राकेश मौर्य जी उपस्थित रहे।

संवाददाता अभिषेक शुक्ला