पीड़िता न्याय के लिए दर-दर भटकने को मजबूर* *दबंगों पर आखिर क्यों मेहरबान थाना प्रभारी*

राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) उत्तर प्रदेश। चित्रकूट — जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस अधीक्षक के द्वारा लगातार कई थाना प्रभारी पर स्थानांतरण की कार्रवाई के साथ-साथ लाइन हाजिर कर थाना चौकिया में कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के सख्त निर्देश दिए जा रहे हो। लेकिन वर्तमान में तैनात थाना प्रभारी पर पुलिस अधीक्षक के सख्त निर्देशों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की नीतियों पर पानी फेरने में किसी तरह का कोई कसर नहीं छोड़ा जा रहा है। फरियाद लेकर पीड़ित दर दर भटकने को मजबूर हो रहे है। हो भी तो आखिर क्यों नहीं क्योंकि काफी समय से एक ही थाने पर जमे थाना प्रभारी के द्वारा अब क्षेत्र में अपनी पकड़ इतनी मजबूत कर ली गई है कि कार्रवाई करने से पहले महोदय को कई बार सोचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है जिससे स्पष्ट होता है कि अब थाना क्षेत्र में कानून व्यवस्था पूरी चारमुराई हुई है।

मामला भरतकूप थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव रौली का है जहां पीड़ित हरिजन महिला के साथ एक दबंग व्यक्ति के द्वारा दुराचार करने का प्रयास किया गया और महिला के साथ जमकर मारपीट की गई वहीं जब महिला फरियाद लेकर भरतकूप थाने पहुंची तो महिला की फरियाद पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई महिला के द्वारा लगातार थाने के चक्कर काटे जा रहे हैं लेकिन जब महिला की किसी ने नहीं सुनी तो महिला मजबूर होकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में न्याय की गुहार लगाई पुलिस अधीक्षक के सख्त निर्देशों के बाद भी आज तक महिला से दुराचार की नियत रखने वाले आरोपी पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई फिर भी महिला के द्वारा दर-दर की ठोकरे खाते हुए लगातार थाना और उच्च अधिकारियों के दरवाजे खटखटाए जा रहे हैं एक ओर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जहां सशक्त नारी के रूप में भारत की नारियों का सम्मान कर रही है तो दूसरी तरफ जिले में ऐसी महिलाओं के साथ घटने वाली घटनाएं और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न हो पाना सरकार की नीतियों कई अहम सवाल खड़े कर रहे है वहीं अब देखने वाली बात यह होगी कि भरतकूप थाने क्षेत्र में चरमराई कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस अधीक्षक के द्वारा ऐसे कौन से सख्त निर्देश जारी किए जाएंगे जिसका थाना प्रभारी के द्वारा गंभीरता से पालन किया जाएगा । या फिर क्षेत्र में इसी तरह अवैध गोरख धंधों के साथ-साथ प्रताड़ित महिलाओं की फरियाद नहीं सुनी जाएगी और महिलाएं दर-दर ठोकर खाने को मजबूर होती रहेगी।

 

रिपोर्ट – राम प्रकाश वर्मा

जनपद – चित्रकूट