अवैध बिजली लाइन का मामला, विभागीय अधिकारियों पर उठे सवाल

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट। भरतकूप पावर हाउस के अंतर्गत ढोलबजा क्षेत्र में 6 पोल की अवैध रूप से जोड़ी गई बिजली लाइन का मामला सामने आया है। यह लाइन बिना किसी एस्टीमेट और अनुमति के स्थापित की गई है, जिससे विभागीय लापरवाही और अधिकारियों की संलिप्तता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। बिजली विभाग की लापरवाही और निजी लाभ के लिए नियमों की अनदेखी का मामला माना जा रहा हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह बिजली लाइन पूरी तरह से अवैध तरीके से जोड़ी गई है। आरोप हैं कि बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर (जेई) और सुपरवाइज़िंग डिवीजनल ऑफिसर (एसडीओ) ने इस अवैध काम को अंजाम दिया है। अधिकारियों की संलिप्तता के कारण इस लाइन को बिना किसी अनुमतियों और लेखा-जोखा के स्थापित किया गया, जिससे विभागीय मानकों की पूरी तरह से अवहेलना हुई है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस कार्य में निजी फायदे के लिए नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में कार्रवाई न होने से अधिकारियों के हौसले बढ़े हैं। गांवों में बिजली आपूर्ति के लिए जो लाइन जोड़ी गई थी, उससे कई क्षेत्रों में बिजली संकट भी उत्पन्न हो सकती है, क्योंकि अवैध रूप से जोड़ी गई इस लाइन का कोई ठोस लेखा-जोखा नहीं है।

विभागीय अधिकारियों पर इस मामले की जांच कर क्या कार्यवाही करते हैं अब यह सवाल भी उठ रहा है कि इस बड़ी लापरवाही पर कार्रवाई कब होगी, क्योंकि अवैध लाइन के जरिए कई गांवों को बिना किसी उचित प्रक्रिया के बिजली सप्लाई की जा रही थी, जो कि आम जनता के लिए खतरे का सबब बन सकता है। इस पूरे मामले में विभागीय कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं और स्थानीय जनता में असंतोष की स्थिति पैदा हो गई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या विभाग शीघ्र इस मामले में कोई ठोस कदम उठाता है या फिर यह मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है।

रिपोर्ट ठाकुर पंकज सिंह राणा जनपद चित्रकूट