उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) रायबरेली – डीफार्मा कर रहे छात्र रवि (आदित्य प्रताप सिंह)की हत्या के मामले में मंगलवार को कार्रवाही तेज हो गई। एक ओर जहां लापरवाही बरतने के आरोप में अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह का तबादला
हुआ,वही दो मुख्य आरक्षी समेतचार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया यही नहीं पुलिस अधीक्षक ने मामले की विभागीय जांच सीओ डलमऊ आरपी शाही को सौंपी है पुलिसकर्मियों पर कार्रवाही हुई तो पुलिस एक्शन में आ गयी हत्याकांड के आरोपी 20-20 हजार के इनामी अंकित यादव उर्फ सोमू व हर्षित को मंगलवार रात दिल्ली के पास से पुलिस ने दबोच लिया बताया जा रहा है कि यह कार्रवाही सीएम की सख्ती के बाद हुई सोमवार को आदित्य के परिजनों ने सीएम योगी से मुलाकात कर मामले में जल्द कार्रवाही की मांग किया था आदित्य के पिता प्रदीप सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया था कि कुछ सफेद पोश नेता मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं जिससे सीएम ने मामले में सख्त कार्रवाही करने का पीड़ित परिवार को भरोसा दिया था महाराजगंज कोतवाली क्षेत्र के सिकंदरपुर गांव निवासी डीफार्मा का छात्र रवि (आदित्य प्रताप सिंह) की 9 अक्टूबर को मिलएरिया थाने के अंतर्गत सोमू ढाबा में पिटाई के दौरान मौत हुई थी जिसके बाद उसका शव हरचंदपुर थाना क्षेत्र के महाराजगंज रोड पर गढ़ीखास गांव में मिला था इस मामले में पुलिस ने सोमू ढाबा के मालिक सुरेश यादव समेत 12 अभियुक्तों को पहले ही जेल भेज चुकी है। माना जा रहा है कि सीएम योगी की सख्ती के चलते अपर पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया गया। कहा जा रहा है कि एएसपी ने मामले में कार्रवाई करने में ढिलाई बरती थी वहीं सदर कोतवाली की त्रिपुला चौकी में तैनात मुख्य आरक्षी जगदीश प्रसाद, सिपाही अंकित, रजत और मिलएरिया थाने में तैनात मुख्य आरक्षी सुरेश चंद्र और सिपाही वीरेंद्र भार्गव को सस्पेंड कर दिया।
हिंदी दैनिक कर्म भूमी
रिपोर्ट श्रवण कुमार रायबरेली
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