उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) वाराणसी
वाराणसी।आज बुद्ध पूर्णिमा के दिन वाराणसी स्थित अंबेडकर सेवा संस्थान अंधरापुल द्वारा अध्यक्ष अनिल गांधी के नेतृत्व में गिने चुने अपने सदस्यों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग नियमों के साथ
तथागत भगवान बुद्ध जी की जयंती मनाई गई जहां संस्था के प्रभारी और महानगर उपाध्यक्ष भाजपा वाराणसी अधिवक्ता अशोक कुमार ने अपने बौद्धिक में यह बताया कि भगवान बुद्ध जी का जन्म नेपाल स्तिथ लुम्बनी वन (कपिलवस्तु व देवदह के बीच) 563 ईसा पूर्व में हुआ था,भगवान बुद्ध जी का बचपन का नाम सिद्धार्थ था वह एक शाक्य राजा के पुत्र थे,गृहत्याग के पश्चात वर्षो के कठोर तपस्या व साधना के पश्चात उन्हें बौद्ध गया (बिहार) में वट वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई,उस वृक्ष को बाद में बोधि वृक्ष कहा जाने लगा,और सिद्धार्थ से भगवान बुद्ध बन गए,वाराणसी जिला (काशी) के सारनाथ में उन्होंने ने अपना प्रथम उपदेश दिया,भगवान बुद्ध जी अपने पंचशील उपदेश के द्वारा सभी को समानता,करुणा,दया व अहिंसा की मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया,कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता मनोज कन्नौजिया जी ने किया कार्यक्रम में मुख्य रूप से नन्दलाल राम,दीपक कुमार,राहुल प्रजापति,मनोज कुमार (महानगर संयोजक अखिल विद्यार्थी परिषद काशी जिला),वीरेंद्र कुमार,गुरमीत सिंह,अमीन खान,अनिल राव दिलीप तिवारी,सतेन्द्र कुमार अश्वनी कुमार,विक्रम कुमार आदि थे
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