राजा के ताजपुर में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ चला चाबुक

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) बिजनौर राजा के ताजपुर में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ चला चाबुक राजा का ताजपुरदेश के अंदर चल रही महामारी कोरोना वायरस बीमारी से पूरे देश के अंदर हड़कंप मचा हुआ है वही ताजपुर में उस वक्त हड़कंप मच गया स्वास्थ्य विभाग की टीम डॉ अजय धरनेश वे पुलिस बल के
साथ जिलाधिकारी महोदय के आदेश पर ताजपुर के झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिकों पर छापा मारकर सील कर दिया गया जिससे ताजपुर वह क्षेत्र के झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मच गया जैसे ही डाक्टरों को स्वास्थ्य विभाग की टीम के आने का पता चला तो डाक्टरों ने अपने अपने क्लीनिक बंद कर रफूचक्कर हो गई अब देखना यह है कि अब झोलाछाप डॉक्टर पर प्रशासन किस तरह की कार्रवाई करता है मगर अफसोस की बात यह है कि जो गरीब मजदूर लोग हैं वह अपने परिवार का इलाज कहा जा कर कराएंगे क्योंकि छोटी मोटी परेशानी अगर गरीबों को आती है तो वह कस्बे गांवों में बैठे डॉक्टरों से अपना इलाज करा कर अपनी जान बचा लेते हैं मगर लोक डाउन के दौरान अब यह गरीब जनता इलाज कहा पर कराएगी क्योंकि लगभग तीन साल से ताजपुर के सरकारी अस्पताल में कोई भी डॉक्टर नहीं है सिर्फ और सिर्फ एक केमिस्ट के दम पर चल रहा है यह भी लोक डाउन कराएं ओपीडी बंद कर दी गई है ऐसे हालात में गरीबों का जीना दुश्वार हो चुका है उधर कस्बे के डॉक्टरों में अच्छी खासी नाराजगी दिखाई दे रही है क्योंकि टाइम बे टाइम कस्बों के डॉक्टर इमरजेंसी में देखकर इलाज कर दिया करते थे मगर जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग ने इकतीस मई तक के लिए ताजपुर के चार जाने-माने वरिष्ठ चिकित्सक के क्लीनिको पर पूरी तरह से सील लगा दी जिससे ताजपुर की जनता में स्वास्थ विभाग जिला प्रशासन के कार्रवाई से अच्छी खासी नाराजगी है दिखाई दी लोगों का कहना था के गरीब मजदूर अपने बच्चों का इलाज कहां जाकर कराएगा जो के दिन भर मजदूरी करते हैं जिसमें अपने घर का ठीक से इलाज नहीं करा पाते और कम पैसों में क्षेत्र के डॉक्टर से इलाज करा कर अपनी जिंदगी गुजर-बसर कर लेते हैं कोरोना वायरस बीमारी से हर कोई खोफ के साए में जी रहा और बाहर अपना इलाज कराते हुए डर रहा है अब सोचने वाली बात यह है के ताजपुर के डॉक्टरों की क्लीनिकों पर सील लगने के बाद अब अपना इलाज कहां पर कराएंगे लगातार जिला प्रशासन स्वास्थ विभाग की तरफ से लगातार कार्यवाही से हर कोई परेशान हाल नजर आ रहा है अगर क्षेत्र में बैगर डिग्रीधारी डॉक्टर ना हो तो जनता के लिए बड़ी मुश्किल हो सकती है कुछ मरीज तो ऐसे आते हैं अगर फर्स्ट स्टेट ना मिले तो मौत का शिकार भी हो सकता है मगर बेचारे बगैर डिग्री होल्डर अपनी जान पर खेलकर दिन रात गरीबों की सेवा करते हैं मगर हर वक्त शासन प्रशासन का डर सताता रहता है कहीं स्वास्थ विभाग की टीम आकर छापा ना मार दे कुछ डॉक्टर तो ऐसे हैं जो दिन भर इतना भी नहीं कमा पाते कि अपने बच्चों का पालन पोषण ठीक से कर ले और कुछ डॉक्टर ऐसे हैं जो दिन रात गरीबों की मदद कर रहे हैं उनको अपने अनुभव से अच्छा इलाज दे रहे हैं अब लोक डॉन में यह गरीब लोग अपने परिवार का अपने बच्चों का इलाज कहां पर कराएंगे जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग को इन सब बातों पर गौर करने की जरूरत है ऐसा कोई तरीका निकालें जिससे गरीबों को कुछ सहूलियत मिल जाए और कस्बो वह क्षेत्र के गांवों के डॉक्टरों को थोड़ी राहत मिल जाए स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर अजय धनरेश का कहना है कि आगामी 31 मई तक के लिए सील कर दिया गया है जो भी जिला प्रशासन से जो भी आदेश होंगे उन आदेशों का पूरी तरह से पालन किया जाएगा अभी ताजपुर में चार वरिष्ठ डॉक्टरों के क्लीनिकों पर सील डीएम साहब के आदेश पर लगा दी गई और क्षेत्र वे ताजपुर में और डॉक्टरों के क्लीनिकों पर करवाई बहुत जल्दी की जाएगी

 

रिपोर्टर रविंद्र कुमार धामपुर तहसील प्रभारी

दिव्या सिंह जिला प्रभारी बिजनौर