मोबाइल पत्रकार बनाने का गिरोह जिले में सक्रिय भोले भाले युवाओं को कर रहे दिग्भ्रमित।

उत्तर प्रदेश दैनिक कर्मभूमि अयोध्या। फर्जी पत्रकार बना कर युवाओं के भविष्य से भी किया जा रहा खिलवाड़।
तथाकथित पत्रकारों ने पत्रकारिता जगत को ही कर दिया बदनाम अयोध्या पत्रकार के नाम पर घूम रहे दलालों एवं चोरों ने पत्रकारिता जगत की ही मटिया मेट कर दी है। जिसके चलते समाज को दिशा दिखाते हुए पीड़ित शोषित तथा मजबूरों की पीड़ा समझ कर उन्हें न्याय दिलाने का बीड़ा उठाने वाले पत्रकारों को शर्मसार होना पड़ रहा है।

जिले में तो पत्रकार बनाने वालों का ऐसा गिरोह सक्रिय हो चुका है। जिन्होंने असंख्य मोबाइल पत्रकार बना दिए हैं जिनसे सरकार के हर विभाग के तंत्र त्रस्त हो चुके हैं।ऐसे पत्रकार जनक मोबाइल यूट्यूब सहित तमाम अनाप-शनाप ऐप अपलोड करते हुए तमाम युवाओं एवं बेरोजगारों को दिग्भ्रमित कर पत्रकार बनाने में जुट गए हैं।
नए नए युवा जो हाईस्कूल और इंटर मीडिएट की परीक्षा में शिवा फेल होने के बजाए उत्तीर्ण नहीं हो सके हैं। वह पत्रकारिता का फर्जी जामा पहन कर उच्च स्तरीय प्रतियोगिता रिक्शा उत्तीर्ण कर विभागों में तैनाती पाए अधिकारियों कर्मचारियों पर रोब गालिब करने का काम कर रहे।
यही नहीं कुछ एक तो उसी की आड़ में कार्यालय खोलकर जनता दरबार लगाते हैं और स्वयं किसी बहुत बड़े जघन्य अपराध में शामिल होकर अपनी रोटी भी सेंकते रहते हैं।
जब इनकी छानबीन की गई तो जिले की बीकापुर तहसील से लेकर मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र तक अपनी पत्रकारिता की दुकान चला रहे हैं। यही नहीं ऐसे तथाकथित लोगों की संलिप्तता तमाम अपराधों में भी पर्दे की आड़ में पाई जा रही है।
बावजूद इसके भी पुलिस केवल पत्रकारिता का सम्मान करते हुए ऐसे तथाकथित लोगों पर मेहरबान हो जा रही है। काश मोबाइल पत्रकार ऐसे ही तेजी दिखाते रहे तो एक दिन जरूर पत्रकार जगत से आम जन का विश्वास उठ जाएगा। लोगों को सुलभ न्याय व उनकी पीड़ा उठाए जाने के बावजूद भी उन्हें लाभ नहीं मिल सकेगा।

 

पवन कुमार चौरसिया ब्यूरो चीफ अयोध्या।