राजस्थान (दैनिक कर्मभूमि)
*छबड़ा में सम्पर्क सड़कों के नही सुधरे हालात,सरकार कोरोना में हो गयीं बीमार।*
*गांवों से गो धन उझड रहा किसान मशीनों में उलझ रहा।*
*गो शालाओं ओर ग्राम योग शालाओं का पंचायत स्तर पर हो संचालन।*
रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छबड़ा:विधान सभा क्षेत्र छबड़ा-छीपाबडौद में मुख्य सड़कों से जुड़ी सम्पर्क सड़कों के हाल बेहाल है।महंत सेवानंद पुरी महाराज नें बताया कि श्री हनुमान सिद्ध साधना आश्रम अमीरपुर खेड़ी,भुवाखेड़ी पर 2011 के लगभग भुवाखेड़ी की ओर जानें वाले मुख्य सड़क मार्ग से अमीरपुर आश्रम तक सम्पर्क सड़क बनी थी जिसकी एक भी बार पिछले 10 सालों में सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा मरम्मत कार्य नही हुआ।आश्रम से जुड़े राधेश्याम मीणा,नेमीचंद चौथमल,नारायण आदि नें कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने तो 5 साल में सम्पर्क सड़कों कि सुध तक नही ली वर्तमान सरकार के 2 साल पुर्ण होनें को हे अभी तक सारे विकास कार्य भी ग्राम पंचायतों में ठप्प पडे हुए है। वर्तमान में केंद्र और राज्य सरकारें कोरोना में फरवरी-मॉर्च से ही बीमार चल रही है आम आदमी ओर युवा पढ़े-लिखे लोग नोकरी नही मिलनें बेरोजगारी की मार से परेशान है क्षेत्र में कहि कोई बड़ा विकास कार्य नही हो पाया।सम्पर्क सड़कों से होकर जो नाले ओर छोटी पुलियाऐं है वो क्षतिग्रस्त है ओर सड़कों की साइडें ओर गड्ढे अभी तक वर्षात आ जाने पर भी नही भरे गए है जिससे राहगीरों के दुर्घटनाग्रस्त होने का डर है।पूर्व उप सरपंच आर.डी.मीणा ओर आर.एस मीणा नें कहा कि पंचायत राज के चुनाव हुये 5 मास से अधिक समय गुजर गया है सरकार गांवो के लिए अभी कुछ काश उपलब्धी नही दे पाई।गांवों में शिक्षा-स्वास्थ्य और सम्पर्क सड़कों की बदहाल स्थिति है कोई ना सुनने वाला न ही देखनें वाला है राम भरोसे राज्यों के हाल चल रहे है कोरोना के नाम पर सरकारें विकास से बच रही है जो कतई उचित नही है।छबड़ा ब्लॉक में स्थित सभी विभागों में रिक्त पद है सबसे बड़ा विभाग शिक्षा विभाग जिसके स्थानीय कर्मचारी अन्य ब्लॉकों में है और अपना स्थान्तरण अन्यत्र ब्लॉक से खुद के ब्लॉक के रिक्त स्थानों पर चाहते थे परंतु स्थानीय स्तर पर उनकी मजबूती से पैरवी करने वाला कोई नही है।छबड़ा का दुर्भाग्य कहे या सौभाग्य यहां हर चुनाव में जनता कड़ी से कड़ी नही जोड़ पाती फिर स्थानीय स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार ने यहां के कर्मिकों को दूर दराज से उनको स्वयं के ब्लॉक में इच्छित जगह नही आने दिया।यहां के जिम्मेदार लोग सत्यमेव जयते पर चलने वालो को समझ ही नही पाते और बिना लेनदेन सूचनाएं ऊपर सही नही देते जिससे आम मतदाताओं में जनप्रतिनिधियों के प्रति आंतरिक रोष है और स्थानीय स्तर पर जो जनप्रतिनिधि जीत कर आये या हार कर वो यही रह गए ओर अपनों के लिए सरकार के होते हुए कुछ नही कर पाए उनके जीत कर कुछ करने के अरमान थे जो पूरे नही हुए तो जनता तो उन्हें कोसेगी ही यदि यही हालात विकास के कोरोना में ओर आगे भी रहे तो जनता भविष्य में इस भ्रष्ट जनतांत्रिक व्यवस्था पर विश्वास ही नही कर पायेगी।हम सरकार से मांग करते है कि आगे जो भी सरकार रहे वो जिम्मेदार हो उन्हें स्थानीय स्तर को ध्यान में रख योजना बनानी चाहिए और पार्टियों की दलदल राजनीति से ऊपर उठ आम जन के विकास की ओर ध्यान देना चाहिए।पूर्व उप सरपंच दौलता राम ने गो माता की दुर्दशा पर राज्य सरकार से मांग की है कि ग्राम पंचायतों पर गोशालाओ का संचालन हो जिससे गो माता का संरक्षण हो सकें इसके लिए सरपंच की अध्यक्षता में एक स्वतंत्र ग्राम गो धन विकास समिति का गठन हो और उसका पंजीकरण करा उसके सानिध्य में गो शालाए संचालित हो साथ ही ग्राम स्तर पर योग शालाओं का भी संचालन हो जिससें कोरोना जैसी महामारी से बचा जा सकेगा।
रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छीपाबड़ौद
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