जब सैंया भए कोतवाल अब डर काहे को यह कहावत कहीं ना कहीं सत्य है आज हमने ग्राम पंचायत बिजोरा में आंगनबाड़ी भवन निर्माण कार्य देखा उस भवन निर्माण में यह कहावत कहीं ना कहीं की सच साबित हुई

मध्य प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) जनपद पंचायत जैसीनगर की ग्राम पंचायत बिजोरा में महिला बाल विकास की बिल्डिंग आंगनबाड़ी भवन निर्माण कार्य चल रहा है इस भवन में शासन द्वारा निर्धारित मापदंडों का पालन नहीं किया जा रहा है इसमें डस्ट लगाई जा रही है बीम के नीचे केवल मुरम डालकर अंदर की सारी बीम केबल मुरम मैं रखी जा रही है इसी प्रकार अगर कार्य चलता रहा तो शासन के पैसे का दुरुपयोग होगा इस भवन में छोटे-छोटे बच्चे पढ़ने आएंगे अगर भवन की गुणवत्ता ठीक नहीं होगी तो कभी न कभी कोई दुर्घटना घटित हो सकती है इन दुर्घटनाओं के लिए आखिर कौन जिम्मेदार होगा अगर आज समय रहते इन कार्यों पर शासन के कर्मचारी अधिकारी नजर रखें तो सरपंच सचिव मनमाने तरीके से ऐसे कार्य नहीं कर पाएंगे ऐसे कार्यों को देख कर लगता है कि कहीं ना कहीं कर्मचारी अधिकारी सरपंच सचिव सभी की मिली भगत से यह निर्माण कार्य हो रहे हैं

अभी पिछले कुछ दिन पहले ग्राम पंचायत बासा में निर्माणाधीन गेट टूट कर गिर गया था इसमें एक काम करने वाला मजदूर भी घायल हुआ था सोचने वाली बात है एक काम चलते ही अगर कोई गेट गिरता है तो ऐसे निर्माण कार्यों को देख रहे हमारे सभी कर्मचारी क्या कर रहे हैं कर्मचारियों की मिलीभगत से यह कार्य किए जा रहे हैं अगर ऐसा है तो शासन प्रशासन को उच्च अधिकारियों को ऐसे कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि शासन की मंशा अनुरूप निर्माण कार्य हो सके शासन के पैसे का सही उपयोग हो सके इन निर्माण कार्यों की समय-समय पर मॉनिटरिंग की जाए ताकि सरपंच सचिवों को डर रहे जिस डर से शासन के मापदंड अनुसार कार्य हो सके

रिपोर्ट राष्ट्रीय हेड राजेश कुमार मौर्य सागर