घूसखोर भ्रष्टाचारी निलम्बित लेखपाल को बचाने के लिए मुहिम तेज लगाई एड़ी से चोटी का जोर

 

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) अंबेडकर नगर

अम्बेडकरनगर। लेखपाल का घूस लेने का वीडियो और खबर वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आकर लेखपाल हेमंत पाण्डे को निलंबित कर दिया। लेकिन शनिवार को फिर लेखपाल हेमंत पांडे तथा अपने कुछ सहयोगियों समेत पुलिस कर्मियों के साथ पीड़ित के निर्माणाधीन मकान पर पहुंच कर उसे थाने लाया गया और 2 घंटे तक थाने पर पुलिस बैठाई रही। मामला मीडिया के संज्ञान में आने पर उसे छोड़ा गया। बात यहीं नहीं रुकती हेमंत पांडे अपने कुछ सहयोगियों के साथ उससे जबरन समझौता कराना चाह रहे हैं और पीड़ित से स्टांप पर सिग्नेचर करने का दबाव बनाया जा रहा है वीडियो में आप साफ़ देख सकते हैं कि निलंबित लेखपाल किस तरह अपने सहयोगियों के साथ स्टांप पर सिग्नेचर करने की बात कर रहा है। बड़ी बात यह है कि आखिर निलंबित लेखपाल हेमंत पांडे को अकबरपुर कार्यालय में संबद्ध कर दिया गया है फिर किसके आदेश से पीड़ित के निर्माणाधीन मकान पर पुलिस के साथ गए और उसे जबरन थाने लाकर सुलह समझौते का दबाव बनाते हुए सादे स्टांप पर सिग्नेचर करने के लिए कहा गया। वहीं वीडियो वायरल मामले में लेखपाल का मुंशी रमेश राजभर भी उनके ऑफिस में बैठकर सारे काम का निपटारा करता है और लेखपाल का फर्जी सिग्नेचर करके लोगों को खसरा और नजरी नक्सा, बैनामे की रिपोर्ट में बिना लेखपाल के सब काम हो जाता है चाहे लेखपाल रहे या न रहे सिग्नेचर कर मोटी रकम लेकर कागजात तैयार कर दिया जाता हैं। आखिर इस तरीके से भ्रष्टाचार में व्याप्त लेखपाल और उनके मुंशी के ऊपर मुकदमा पंजीकृत होना चाहिए।

रिपोर्ट-विमलेश विश्वकर्मा अंबेडकर नगर