पद यात्रा निकाल कर कृषि बिल का विरोध करते सपाई

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि)जौनपुर

पुलिस की तीखी नोक झोंक से सड़क जाम कर धरनें पर बैठे सपा नेता

जौनपुर।समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर लगातार जौनपुर मे चलाऐ जारे किसान आन्दोलन मे आज जफराबाद विधानसभा क्षेत्र के विभि बलन्न गांवों मे समाजवादी पाटी के नेताओं व कार्यकर्ता द्वारा चलाया गया उसी क्रम मे जिलाध्यक्ष लालबहादुर यादव के नेतृत्व में सिरकोनी ब्लॉक के बहादुर ,बन्दीपूर,सुहूरुहूरपूर,राशीपूर,गडहर,बैरिपूर,बाकराबाद,सिरकोनी मारकेट के समीप पुलिस के भारी फोर्स ने पंहुच कर यात्रा कर रहे समाजवादी पार्टी के नेताओं से जाने से रोकने का बलपूर्वक प्रयोग किया गया जिलाध्यक्ष लालबहादुर यादव से तीखी नोखझोक होने के बाद जिलाध्यक्ष के निर्देश पर सारे नेता वहीं सडक पर धरने पर बैठ गये धरने को सम्बोधित करते हुए लालबहादुर यादव ने कहा कि अब यह बात स्पष्ट हो गई है कि भाजपा की प्राथमिकता में गरीब, किसान, नहीं बल्कि कारपोरेट घरानों का हित साधन है। कड़ाके की ठंड में हजारों किसान खेती बचाने की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं। कई अपनी जान भी गंवा बैठे हैं लेकिन भाजपा सरकार अंधी-बहरी बनी हुई है। हद तो यह है कि एक ओर वार्ता का ढोंग किया जा रहा है, दूसरी ओर किसानों के आंदोलन को बदनाम करने की भी कुचेष्टा हो रही हैं। स्वयं प्रधानमंत्री जी उनके मंत्रीगण एवं भाजपा के छोटे बड़े सैकड़ों नेता कृषि सुधार अधिनियमों के पक्ष में स्वयं प्रचारक बनकर किसानों के खिलाफ मैदान में उतर आए हैं। भाजपा सरकार ने किसानों की आवाज को दबाने के लिए दमन का सहारा लिया है। किसानों पर या उनके समर्थन में खड़े लोगों पर गम्भीर धाराओं में मुकदमें दर्ज किए गए हैं। कितने ही लोग जेल यातना सह रहे हैं। लेकिन बेख़बर सरकार कदमताल की स्थिति में है। घोषणाएं तो बहुत हो रही हैं लेकिन परिणाम शून्य निकलता है वहीं पूर्व सांसद तुफानी सरोज ने कहा भाजपा सरकार नान-स्टार्टिंग है। ऐसी सरकार जो है तो डबल इंजन की परन्तु स्टार्ट नहीं हो पाई है। तो नतीजा कहां दिखेगा?
किसान और उनके समर्थक सड़क पर हैं लेकिन मुख्यमंत्री जी और उनकी सरकार उड़ने का रिकार्ड बनाने में लगी हैं। अब हार थककर कार से चलने की घोषणा कर रहे हैं। वह कहां और क्यों जा रहे हैं, यह दिशाहीनता राज्य को भारी पड़ेगी।
पूर्व जिलाध्यक्ष अवधनाथ पाल ने कहा चार वर्ष में उनके काम काज का रिपोर्ट कार्ड शून्य रहा है। प्रदेश में विकास कार्यठप्प हैं, जनहित की एक भी योजना लागू नहीं है। समाजवादी पार्टी के कामों को ही अपना बनाकर किसी तरह इज्जत बचाई जा रही हैं। इस सच्चाई से राज्य की जनता अवगत है।
वरिष्ठ नेता राहुल त्रिपाठी ने कहा उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार ने समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को जेल भेजा है, किसानों की गिरफ्तारी की है क्योंकि समाजवादी पार्टी के अधिकतर कार्यकर्ता किसान ही हैं। समाजवादी पार्टी के इस संघर्ष में किसान, मजदूर, नौजवान, व्यापारी दुकानदार, कारोबारी सब साथ हैं क्योंकि कृषि कानूनों का असर सब पर पड़ना है।
भाजपा सत्ता के बलबूते किसानों के आंदोलन का दमन करने के लिए छल कपट की रणनीति अपनाए हुए है। समाजवादी किसानों के सम्मान और अधिकारों की न केवल दृढ़ समर्थक हैं अपितु उसके लिए संघर्षशील भी हैं। समाजवादी सरकार में ही किसानों को सर्वाधिक लाभ मिले हैं। भाजपा सरकार भूले नहीं कि तानाशाही सरकारों को बेदखल करने का जनता और समाजवादियों का गौरवशाली इतिहास रहा है वहीं मौके पर थानाध्यक्ष जलालपुर मयफोर्स सभी नेताओं को तीखी नोखझोक के बाद गिरफ्तार कर थाने ले गये मुख्य रूप से मौजूद रहे श्याम बहादुर पाल,नन्दलाल यादव, शिवसंन्त यादव, रत्नाकर चौबे, अनील दूबे,हर्षित यादव,पिकू यादव अजीत बाबा,श्याम राज मौर्या, रोहित यादव, संजय यादव, रवि शंकर यादव,भईया लाल यादव रवि यादव आदि

उत्तर प्रदेश सम्पादक अभिषेक शुक्ला