राजस्थान (दैनिक कर्मभूमि) बारां छीपाबड़ौद कस्बे के विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर ढोलम रोड़ छीपाबड़ौद में गीता जयंती पर आनलाईन एवं आफलाइन भैया बहिनों एवं आचार्य दीदियों द्वारा 1001 अष्टादश श्लोकी गीता का पाठ संगीतमय मधुर धुन मे किए गए।प्रधानाचार्य हरिसिंह गोचर ने जानकारी देते हुए बताया कि स्कूल के भैया बहिनों को विद्यालय के द्वारा घर घर जाकर गीता जी की पुस्तक की व्यवस्था की गई तथा सभी ने कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए अपने अपने घरों पर तथा कुछ बडे़ भैया बहिनों ने विद्यालय में आकर गीता पाठ किए प्रधाना चार्य हरिसिंह गोचर ने श्लोकों के भावार्थ को भैया बहिनों को समझाया | ताकि अपने जीवन गीता जी से प्रेरणा लेकर संस्कारित जीवन अपना सके |क्योंकि गीता जी व्यक्ति के जीवन जीने के लिए पढना आवश्यक है।ताकि इंसान कर्तव्यनिष्ठ एवं समाज हित में कार्य कर सके, क्योंकि गीता जी के श्लोकों के साथ सारांश भी समझने से जीवन में आ रही समस्याओं का हल हो जाता है, हमारे राष्ट्र धर्म में गीता जी को पवित्र ग्रंथ माना गया है गीता जी उत्पत्ति आज ही के दिन हुई थी इसे श्रीमद्भागवत भी कहा जाता है आज ही के दिन भगवान कृष्ण ने कुरुक्षेत्र के मैदान में अर्जुन को उपदेश दिया था इसलिए आज के दिन को गीता जयंती के रूप में मनाया जाता है गीता जी मनुष्य को श्रेष्ठ बनाने के लिए प्रेरित करती है।
रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छीपाबड़ौद
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