उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) लखनऊ,10 फरवरी 2021 ईरान की इस्लामी क्रांति की कामयाबी के 42 साल पूरे होने पर, मजलिसे ओलमाए हिंद के महासचिव इमामे जुमा मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने सभी मुसलमानों और खास कर मिल्लते ईरान को बधाई और शुभकामनाएं दीं। मौलाना ने अपने बयान में कहा कि जिस तरह से इमाम खुमैनी रह0 ने जुल्म, और अन्याय के खिलाफ आंदोलन शुरू किया और सफलता हासिल की वह आसान नहीं था। हजारों लोगों ने इस्लामी क्रांति की सफलता के लिए अपना बलिदान दिया। जाहिर है कोई भी क्रांति बलिदान के बिना सफल नहीं हो सकती।ईरानी अवाम ने हमेशा क्रांति और प्रतिरोध की मिसाल पेश की है और उत्पीड़न एंव अन्याय के खिलाफ डटे रहे हैं। उनके निस्वार्थ बलिदान का परिणाम है कि उनके पास आज मिसाली व्यवस्था और मजबूत नेतृत्व है, जिसने वैश्विक साम्राज्यवादी व्यवस्था और महाशक्तियों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया है। यह क्रांति, व्यवस्था और नेतृत्व पुरी इस्लामी दुंनिया के लिये मिसाल है। मौलाना ने कहा कि उलेमा-ए-हक ने हमेशा बातिल ताकतों के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है और आज भी सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खघमेनाई के रूप में हमारा नेतृत्व वैश्विक साम्राज्यवाद के खिलाफ मजबूती के साथ खघ्डा हुआ है। उन्होंने वैश्विक स्तर पर दबे-कुचले और मजलूम लोगों का समर्थन किया है और उनकी हिमायत में कोई कमी नही की। ईरान का वैश्विक नेतृत्व और मजलूमों की हिमायत हमारे लिये और पुरी इस्लामी दुंनिया के लिये बेमिसाल नमूना है।
रिपोर्टर सिद्धार्थ त्रिवेदी रायबरेली
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