पुराने लखनऊ मे भारी पुलिस फोर्स को देख कर भयभीत और अचंभित हुए लोग

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) लखनऊ,20 फरवरी 2021 संवेदनशीलता के लिए मशहूर पुराने लखनऊ मे शनिवार की शाम अस्त्र शस्त और दंगे से निपटने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले तमाम उपकरणो से लैस भारी संख्या मे पुलिस की मौजूदगी को देख कर कुछ देर के लिए लोग किसी अन्होनी की आशंका से भयभीत हो गए। पुलिस के आला अफसरो के साथ पुराने लखनऊ के अकबरी गेट पर मुसतैद मुद्रा मे नजर आ रहे पुलिस के जवानो की आमद के कुछ देर बाद ही दंगा नियन्त्रण वाहन दमकल वाहन के अलावा कई एम्बुलेन्स भी हूटर बजाती हुई मौके पर पहुॅची तो लोग हैरान थे कि आखिर अचानक क्षेत्र मे इतनी बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स की मौजूदगी क्यो है। आम जनता पुलिस फोर्स को देख कर भयभीत भी थी और इस सम्बन्ध मे पुलिस कर्मी से तो पूछने की हिम्मत भी नही जुटा पा रहे थी लेकिन पत्रकारो के फोन जरूर घनघनाने लगे। लोग ये जानने के लिए आतुर रहे कि आखिर अचानक इतनी फोर्स क्यू आई और आखिर क्या हुआ है या क्या होने वाला है। लोगो की जिज्ञासा कुछ देर मे ही उस समय समाप्त हो गई जब मौके पर मौजूद पुलिस के अफसरो ने पुलिस कर्मियो को सड़क पर ही समझाना शुरू कर दिया दरअसल पुलिस की मौजूदगी किसी वारदात के बाद नही बल्कि किसी भी वारदात से निपटने के लिए तैयारियो का रिहलसल थी। डीसीपी पश्चिम देवेश पाडेण्य ने बताया कि पुलिस की मुस्तैदी को चेक करने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए इस तरह की मांक ड्रिल होती रहती है। उन्होने कहा कि चौक थाना क्षेत्र के मैफेयर तिराहे पर करीब एक घण्टा ये रिहलसल की गई कि यदि क्षेत्र मे कही कोई समस्या आती है तो किस थाने की फोर्स को कितनी जल्दी कैसे पहुॅचना है उन्होने बताया कि अज की गई रिहलसल मे पश्चिम क्षेत्र के सभी 9 थानो की पुलिस का रिस्पांस टाईम चेक किया गया जो पूरी तरह से सही पाया गया। उन्होने बताया कि मांक ड्रिल के दौरान पुलिस के जवानो को बताया गया कि यदि क्षेत्र मे कही कोई घटना यां दंगे की स्थिति उत्पन्न होती है तो किस तरह से यातायात का डायवर्जन करना है दंगे मे घायल हुए लोगो को किस तरह से तत्काल अस्पतल पहुॅचाना है और किस तरह से खुद सुरक्षित रह कर आम जनता को सुरक्षित रखना है और आम जनता की सम्पत्ति को किस तरह से सुरक्षित रखना है। श्री देवेश कुमार पाडेण्य ने बताया कि पुलिस कर्मियो को कुछ नसीहते मौखिक तौर से की गई तो कुछ का नाटकीय रूपान्तरण की तरह करके उन्हे समझाया गया। पुराने लखनऊ के चौक थाना क्षेत्र के अकबरीगेट मैफेयर तिराहे के पास हुई पुलिस की इस रिहलसल के दौरान करीब एक घण्टे तक यातायात जाम की स्थिति भी उत्पन्न हुई इस दौरान सोशल मीडिया पर भी लोगो ये जानने के लिए उत्सुक नजर आए कि आखिर अचानक पुलिस फोर्स क्यू एकत्र हुई है। मांक ड्रिल के दौरान पुलिस ऐसी मुस्तैद मुद्रा मे थी जैसे वास्तव में कही कोई दगा हुआ है और पुलिस दंगाईयो से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

रिपोर्टर सिद्धार्थ त्रिवेदी रायबरेली