उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट। उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में कोरोना वायरस लगातार फैल रहा है। लगातार दिन प्रतिदिन मौत की खबरें आ रही हैं।वहीं कोरोना वायरस जिला मुख्यालय से लेकर गांव-गांव लगातार पैर पसार रहा है। कोरोनावायरस फैलने का सबसे बड़ा कारण झोलाछाप डॉक्टर साबित हो रहे हैं। कोरोनावायरस का बम गांव-गांव किसी भी समय फट सकता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कस्बा भरतकूप, रोली कल्याणपुर,और कई गांव के अंदर जाने वाली गली में, झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा जुखाम बुखार सर्दी एवं आदि गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों का इलाज धडल्ले से किया जा रहा है..प्रतिदिन सैकड़ों की तादाद में बाहरी एवं स्थानीय तीमारदार मरीजों का बगैर कोविड जांच के झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा एलोपैथिक इलाज निरंतर किया जा रहा है।भरतकूप क्षेत्र के गांव गांव में लगातार कोरोना के मरीज निकलकर आ रहे हैं। दूरदराज के आने वाले बीमार तीमारदार मरीज कोरोनावायरस की जांच के डर के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में इलाज नहीं करा रहे। बगैर कोविड जांच के सैकड़ों मरीज प्रतिदिन प्राइवेट झोलाछाप डॉक्टरों के नर्सिंग होम में इलाज के लिए शरण ले रहे हैं तथा चटक चूर्ण की डिग्री लेकर झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा खुलेआम एलोपैथिक इलाज किया जा रहा है। अगर गांव गांव कोविड की जांच जुखाम बुखार खांसी ग्रसित मरीजों की जांच हो जाए तो बहुत बड़ा खुलासा हो सकता है। इसी क्रम में कर्वी विकासखंड अंतर्गत भरतकूप में झोलाछाप डॉक्टर ने अवैध तरीके से कब्जा कर खुलेआम एलोपैथिक इलाज गांव सहित क्षेत्र में कर रहा है। वहीँ भरतकूप क्षेत्र में खुलेआम झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए खुलेआम बगैर मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग के बाहरी एवं स्थानीय तीमारदार मरीजों का इलाज बगैर कोविड जांच के जारी है।सूत्र यह भी बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग के आला अफसर सब कुछ जान कर भी अंजान बने हुए हैं। अब देखना है कि कोरोनाकाल में खुलेआम बगैर कोविड जांच के झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा किए जा रहे इलाज पर स्वास्थ्य विभाग किस कदर कड़ी कार्यवाही कर रोक लगाता है। फिरहाल भरतकूप कस्बा सहित क्षेत्र में खुलेआम जारी है बगैर कोरोना जांच के एलोपैथिक का इलाज जारी है।
*जिला रिपोर्टर* पंकज सिंह राणा
जनपद- चित्रकूट
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