उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय(दैनिक कर्मभूमि)चित्रकूट। उर्वरकों के पॉस मशीन के अनुसार भौतिक सत्यापन, कालाबाजारी व जमाखोरी रोकने के लिए जिलाधिकारी चित्रकूट शुभ्रान्त कुमार शुक्ल के निर्देश पर कृषि विभाग के उर्वरक निरीक्षक व अन्य विभागों के अधिकारियों की संयुक्त टीम गठित कर जिले के उर्वरक विक्रेताओं के 35 प्रतिष्ठानों पर छापे डाले गए, जिसमें चार उर्वरक विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी की गई। संदिग्ध उर्वरक के स्टॉक से कुल दो नमूने ग्रहीत किए गए हैं जिन्हें परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा जिनके परिणाम प्राप्त होने पर उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत कार्यवाही की जाएगी। इस समय रबी फसलों की बुवाई चल रही है तथा फसलों में पहली टॉप ड्रेसिंग का कार्य भी किया जा रहा है जिससे यूरिया व अन्य उर्वरकों का किसानों द्वारा क्रय किया जा रहा है। किसानों को निर्धारित मूल्य पर डी ए पी, यूरिया व अन्य उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए तथा विक्रेताओं द्वारा खाद का अवैध भंडारण कर कृत्रिम अभाव पैदा करने, कालाबाजारी, ओवर रेटिंग, यूरिया के साथ अन्य उत्पादों की टैगिंग को रोकने के लिए शासन के निर्देश पर गठित जिला स्तरीय टीम द्वारा सभी चारों तहसीलों में सघन छापेमारी की गई जिसमें उर्वरक विक्रेताओं की दुकानों व गोदामों का निरीक्षण किया गया तथा पी.ओ.एस मशीन से भौतिक स्टॉक का सत्यापन किया गया। जिन दुकानों पर कमी पाई गई, उनको अभिलेख अद्यावधिक रखने की हिदायत दी गई, जबकि पी ओ एस मशीन से वितरण संबंधी अनियमितता व अन्य विसंगतियों पर चार उर्वरक विक्रेताओं को नोटिस दी गई। सभी विक्रेताओं को रेट बोर्ड लगाने, स्टॉक का प्रदर्शन व केवल पी. ओ. एस. मशीन के जरिए ही उर्वरक बिक्री के लिए निर्देशित किया गया।
*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट
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