उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) राजापुर, चित्रकूट: भगवान राम के चरित्र प्रणेता गोस्वामी तुलसीदास की जन्मस्थली राजापुर में भगवान राम के चरित्र का मंचन करने के लिए रामलीला मैदान को तुलसीकृत प्राचीन रामलीला कमेटीके सहयोग से साफ सफाई एवं पुताई का कार्य तेजी से चल रहा है। इन नगरी में 18 दिवसीय रामलीला का मंचन संवत 1633 से पुराने समय काल से चला आ रहा है। जिसकी परम्परा का निर्वाह करने के लिए पूरे कस्बे का सहयोग मिल रहा है।
बताते चलें कि तुलसी जन्मस्थली में लगभग 400 वर्षों से भगवान राम के चरित्र की लीलाओं का वर्णन सजीव रामलीला मंच के माध्यम से किया जाता है। रामलीला कमेटी के श्यामसुन्दर मिश्रा व सोमनाथ अग्रवाल ने बताया। उत्तर प्रदेश सरकार के गाइडलाइन्स के अनुसार इस वर्ष 21 सित से मुकुट पूजा के साथ शुरू होगी और खुले मैदान में रामलीला भवन में राम के चरित्र का मंचन कराया जाएगा और प्रान्तीय स्तर के कलाकारों के द्वारा ठेके पर रामलीला का मंचन किया जाएगा। उन्होनें बताया कि जमीदारी के समय 1915 मे भवन बनवाया गया था लेकिन जर्जर हो जाने के कारण नया निर्माण कार्य कराया जा रहा है और अनवरत रामलीला का मंचन कराया जा रहा है, उसी परम्परा का निर्वाह करने के लिए रामलीला का आयोजन बड़े धूमधाम से चलाया जाता है जिसमें कस्बे के निवासियों का भरपूर सहयोग मिलता है। नगरवासी भी रामलीला मंचन में अपना सहयोग दे रहे हैं। विजयदशमी के दिन तुलसी स्मारक के विशाल प्राँगण में रावणवध की लीला कराई जाएगी। जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों के नर नारियों का एक हुजूम देखने को मिलता है और पूरे प्रांगण में मेले जैसा माहौल होता है।
*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट
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