उत्तर प्रदेश (राष्ट्रीय दैनिक कर्मभूमि)जौनपुर
जौनपुर (जफराबाद)उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है। दिसंबर के अंत तक चुनाव को संपन्न कराने की सरकार की लगभग तैयारी पूरी हो चुकी है। लेकिन अभी तक आरक्षण की स्थिति स्पष्ट नहीं है। इसे लेकर भावी प्रत्याशियो एक तरफ कहीं चिंतीत है तो दूसरी तरफ त्योहारों पर बड़े-बड़े होर्डिंग लगाकर शुभकामना संदेश दे रहे हैं और साथ ही मतदाताओं को लुभाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे ।इस दंगल में सभी पार्टियां प्रत्याशी की तलाश में जुट गई है। जो अध्यक्ष का चुनाव जीतकर पार्टी के खाते में डाल सके। वहीं क्षेत्र में लगे नेता टिकट पाने की जुगत में सभी तरह के प्रयास कर रहे हैं क्षेत्र मैं जनता की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं समाजसेवी को उनके वर्चस्व जनता के छवि के नाते राजनीतिक पार्टी टीकट देने के लिए आतुर हैं। हम बात कर रहे हैं जौनपुर जिले के जफराबाद नगर पंचायत की जहां पिछले कई सालों से भाजपा का कमल नहीं खिला। मोदी व योगी सरकार में भी यहां पर भाजपा जीत से वंचित रही।सूत्रों की माने तो पहले कुछ भाजपा नेता टिकट की मांग कर रहे थे लेकिन चुनाव नजदीक आते ही निर्दल उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ना चाहते हैं ? कुछ दिन पहले जफराबाद में एक बैठक हुई जिसमें मछली शहर जिला अध्यक्ष व प्रभारी नेता उपस्थित रहे । अध्यक्ष पद के प्रत्याशी के टिकट को लेकर चर्चा हुई। इसमें कोई भी नेता चुनाव लड़ने को तैयार नहीं हो रहे हैं ।पार्टी के वरिष्ठ नेता भी अपना पल्ला झाड़ते नजर आ रहे संगठन का दावा है कि प्रत्याशियों का चयन जल्द कर लिया जाएगा। क्या कारण है कि जफराबाद में भाजपा से कोई चुनाव नहीं लड़ना चाहता है वही केंद्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार है फिर भी जफराबाद नगर पंचायत में प्रत्याशियों का ना मिलना चिंतनीय विषय है ?
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