दैनिक कर्म भूमि।कानपुर।हर कोई एक बेहतर भविष्य बनाना चाहता है लेकिन उनमें से कुछ ही इसको प्राप्त करने के कठिन रास्ते पर चलने का साहस करते हैं.एक बार में उपलब्धि या गर्व की भावना प्राप्त करना आसान नहीं है. इसे प्राप्त करने में समय लगता है.सर्वेश तिवारी,प्रवक्ता,हर सहाय जगदम्बा सहाय इन्टर कालेज सहायक आयुक्त, भारत स्काउट और गाइड चुनाव प्रभारी, केंद्रीय चुनाव कार्यालय,चंदेल गुट ने बताया कि अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आज आप जिस संघर्ष से गुजरेंगे,वह आपको एक बेहतर भविष्य बनाने में मदद करेगा.सफल लोग वही होते हैं जिन्होंने सभी दुखों और कष्टों को झेला है.हम इंसान इतने आराम-प्रेमी हैं कि हम शायद ही कभी अपने कम्फर्ट जोन से बाहर जाते हैं. वे व्यक्ति जो अपने कम्फर्ट जोन से बाहर जाकर कठिन परिश्रम करते हैं,अंत में वे ही सफलता प्राप्त करते हैं।जब हम एक लक्ष्य निर्धारित करते हैं तो यह आसान लगता है लेकिन जब हम इस पर काम करना शुरू करते हैं,तो स्थिति अलग हो जाती है.निश्चित लक्ष्य पर काम करना आसान काम नहीं है क्योंकि बाधाएँ,असफलताएँ आदि आपकी यात्रा को ध्वस्त कर सकती हैं.आपका लक्ष्य लोगों या दोस्तों से खुद को डिस्कनेक्ट करने की मांग करता है क्योंकि वे आपको आपके लक्ष्य से भटका सकते हैं.हर मिनट का उपयोग न करने की आपकी पुरानी आदतें भी आपको सफलता से दूर लेजा सकती है.आपके सामने ऐसी स्थिति भी आ सकती है जब आपको ऐसी स्थिति का सामना करना पड़े जिसका सामना आप कभी नहीं करना चाहते थे.आपको वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए अपनी कमजोरियों और स्थितियों से अकेले लड़ना होगा.
कष्ट स्वयं के अंदर है फिर से करे जीवित
प्रवक्ता सर्वेश तिवारी ने कहा की जीवन प्रत्येक व्यक्ति को कठिनाइयों के साथ साथ मौके भी प्रदान करती है. उस मौके का लाभ उठाना और उसे समझना आपका कार्य है. या तो आप एक आम जीवन को चुन सकते हैं या आप उस रोड का चयन कर सकते हैं जिसे बहुत कम लोगों द्वारा चुना गया है अर्थात दर्द और परिश्रम का मार्ग आपको आपके लक्ष्य तक पहुचायेगा और आपको एक सफल व्यक्ति बनाएगा.यदि आप जीतने के लिए तैयार हैं तो रास्ते में आने वाली रुकावटों से मत घबराइये.अपने डर को हराएं और अपने सपनों का पीछा करें. जब आप अपने सपने को हासिल करने के लिए अपने जीवन के एक हिस्से के रूप में अपनी विफलता और पीड़ा को स्वीकार करना शुरू कर देंगे, तो आप जीत जाएंगे. कठिनाई की यात्रा आपको हर स्थिति से निपटने के लिए मजबूत बनाती है.आप इस दर्द और कठिनाई से अपना भाग्य बदल सकते हैं.खुद को सफलता का स्वाद चखने से न रोकें.क्योंकि जब आप कभी अपने जीवन में वापस मुड़कर देखेंगे तो या तो आपके पास बताने के लिए एक कहानी होगी या सहन करने के लिए पछतावा होगा.चुनना आपको है निडर रहें,साहसी बनें।
संवाददाता।आकाश चौधरी
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