उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि)चित्रकूट ब्यूरो। जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द की अध्यक्षता में गुरुवार को रुफटाप रेन वॉटर हार्वेस्टिंग आदि के संबंध में तकनीकी समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई।
बैठक में अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई प्रमोद कुमार मिश्र ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में रुफटाप रेन वाटर हार्वेस्टिंग के 199 कार्य, चेकडैम निर्माण के 41 कार्य एवं 247 तालाबों का गहरीकरण एवं जीर्णोद्धार के प्रस्ताव प्रस्तावित किए गए हैं। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई को निर्देश दिए कि कलेक्ट्रेट, विकास भवन, तहसील, थाना, स्वास्थ्य केंद्र आदि बड़े शासकीय कार्यालयों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के कार्यों का निरीक्षण कर लें तथा जहां पर कार्य न हुआ हो, वहां पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग के कार्य कराए। कहा कि चेक डैम निर्माण का वन विभाग से भी प्रस्ताव प्राप्त करें। उन्होंने उप प्रभागीय वनाधिकारी को निर्देश दिए कि रानीपुर टाइगर रिजर्व तथा जिन अन्य वन क्षेत्र में चेकडैम बनाए जाने की आवश्यकता है, तो उसका प्रस्ताव बना कर दें। डीसी मनरेगा धर्मजीत सिंह से कहा कि जिन तालाबों पर लघु सिंचाई विभाग द्वारा कार्य कराए जा रहा है, उसमें आप एनओसी दे कि मनरेगा योजना से इन तालाबों पर कार्य नहीं हुआ है। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई को निर्देश दिए कि जो पुराने कार्य हुए हैं, उनका मिलान अवश्य कर लिया जाए। भूमि संरक्षण अधिकारियों से कहा कि इस वित्तीय वर्ष के जो खेत-तालाब के कार्य है, उनको तेजी से कराएं तथा गत वर्षों के जो खेत-तालाब निर्माण कार्य अधूरे हैं, उन्हें भी पूर्ण कराया जाए तथा वर्ष 2019-20 से लेकर अभी तक के सभी विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक भी कराएं तथा जो भी कार्य हुए हैं, उनके फोटोग्राफ्स भी उपलब्ध कराए तथा इस योजना का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार भी कराया जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, डीसी मनरेगा धर्मजीत सिंह, अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई प्रमोद कुमार मिश्रा, भूमि संरक्षण अधिकारी प्रथम हरिराज सिंह, द्वितीय विमलेश कुमार, चित्रकूट तुलसीराम सहित संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
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