उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि)चित्रकूट। भारतीय किसान यूनियन चित्रकूट ने संयुक्त किसान मोर्चा के आवाहन पर जिलाध्यक्ष राम सिंह राही के नेतृत्व में सदर तहसीलदार कर्वी द्वारा राष्ट्रपति महोदया मा0 मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ मा0 मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार चंडीगढ़
जिलाध्यक्ष राम सिंह ने बताया कि ग्रेटर नोएडा और हरियाणा में गिरफ्तार किसानों को रिहा करने और किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण कार्यालय के सामने 23 अप्रैल से किसान अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए शांति पूर्वक धरना दे रहे थे। भूमि अधिग्रहण के बाद किसानों को 10 प्रतिशत विकसित भूमि का प्लाट देने का समझौता पूर्व में हुआ था। जिसको उच्च न्यायालय इलाहाबाद में पेश कर न्यायालय का आदेश हो चुका था, लेकिन प्राधिकरण ने मात्र 6 प्रतिशत विकसित प्लाट दिया है। किसान पूरा 10 प्रतिशत प्लाट दिए जाने की मांग कर रहे थे। भूमिहीनों को 40 वर्ग मीटर का प्लाट दिए जाने, भूमि अधिग्रहण कानून 2013 को लागू कर बाजार रेट का चार गुना देने, बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने आदि की मांग कर रहे थे। मांगों पूरा करने के बजाय प्राधिकरण प्रशासन ने हठ धर्मिता अपनाई और तानाशाही पूर्वक किसानों के आंदोलन को कुचलना चाहा। रात के अंधेरे में आंदोलनरत 33 किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जिला महामंत्री अरुण कुमार पाण्डेय ने कहा कि हरियाणा में सूरजमुखी की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद और एमएसपी की गारंटी की मांग कर रहे किसानों पर हरियाणा सरकार ने लाठी डंडे बरसा कर दमन का रास्ता अपनाया और संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख किसान नेता गुरुनाम सिंह चढूनी सहित दर्जनों किसानों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। सरकार ने लोकतांत्रिक मूल्यों को शांतिपूर्ण धरना दे रहे किसानों पर जो किया वो निंदनीय है। गिरफ्तार किसानों को रिहा किया जाय। किसानों की जनहित की मांगों को पूरा कराया जाए, सूरजमुखी की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए हरियाणा सरकार को निर्देशित करें, एमएसपी की गारंटी कानून बने, किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं।
इस मौके पर जिला संरक्षक छोटे पीढिया, जिला कोषाध्यक्ष नरेश तिवारी, विनय कुमार त्रिपाठी, नरेश सिंह, अजय कुमार, विजय त्रिपाठी, राकेश सिंह, अर्जुन सिंह, जिला मीडिया प्रभारी देवेन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे।
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