उत्तरप्रदेश/दैनिक कर्मभूमि/लखनऊ: थाना कृष्णानगर पुलिस टीम ने वाहन चोरो के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 3 शातिर वाहन चोर गिरफ्तार किए, 6 अभियोगों का सफल अनावरण व 17 दो पहिया वाहन भी बरामद किए।
लखनऊ की कृष्णा नगर पुलिस ने लखनऊ के ही लोक बंधु अस्पताल से तीन वाहन चोरों को गिरफ्तार करके वाहन चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। गिरोह का सरगना अपनी गर्लफ्रेंड की शौक पूरा करने के लिए उसके भाई और दोस्त के साथ मिलकर वाहन चोरी का गिरोह चला रहा था। इनकी निशानदेही पर चोरी के 17 वाहन बरामद हुए। इनके पास से बाइक का लॉक तोड़ने की मास्टर की भी बरामद हुई है। पुलिस इनके आपराधिक इतिहास का पता लगा रही है, फिलहाल अभी इनके आपराधिक इतिहास की कोई पुष्ट जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। डीसीपी साउथ विनीत जायसवाल ने बताया वाहन चोरों का आपराधिक इतिहास का पता लगाने के साथ चोरी की बाइक खरीदने वालों की भी जानकारी की जा रही है।
कृष्णा नगर इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि पुलिस टीम ने तीन वाहन चोर गिरफ्तार किए जोकि कृष्णा नगर नटखेड़ा के दीपक शर्मा, नेपाल निवासी विनोद सिंह और पारा काशीराम कालोनी के प्रियांशू है। गिरोह के सरगना दीपक ने बताया कि विनोद लखनऊ में मानक नगर के मेंहदीखेडा में किराए के मकान में रहता है। उसके साथ वाहन चोरी शुरू की। इसके बाद प्रियांशू भी जुड़ गया। चोरी के वाहनों की नंबर प्लेट बदलकर सस्ते दाम पर बेच देते थे। पूछताछ में दीपक ने बताया, हम लोग लोकबंधु और शहर के अन्य अस्पतालों के बाहर से वाहन चुराते है। मरीजों के तीमारदार मरीज की दवाई और जांच में व्यस्त होने के चलते देर तक बाइक पर ध्यान नहीं देते थे। इतनी देर में बाइक चुराकर ठिकाने लगा दी जाती है। गिरफ्तारी के समय तीनों चोरी की स्कूटी पर जा रहे थे। जो 4 दिन पहले रात में लोक बन्धु अस्पताल की इमरजेंसी के पास चुराई गई थी। वाहनों का लॉक तोड़ने के लिए एक मास्टर की का इस्तेमाल करते थे। उसके बाद चोरी के वाहनों को कांशीराम कालोनी के पीछे झाड़ियों में छिपा देते थे।
पुलिस ने बताया कि दीपक अपनी गर्ल फ्रैंड के शौक को पूरा करने के लिये उसके छोटे भाई और दोस्त को साथ लेकर दोपहिया वाहन चोरी करता था। चोरी के वाहन बेचने के बाद जो रुपए मिलते थे उससे महंगे गिफ्ट खरीदता था। आरोपी अंश सिंह मूल रूप से नेपाल का रहने वाला है। परिवार के साथ मानकनगर में रह रहा है। पुलिस ने बताया कि ये चोरी किए गए वाहन अपने जानने वालों को कुछ पैसों में गिरवी रखकर अपने खर्चे व शौक पूरा करते थे।
रिपोर्ट: प्रदेश हेड राजेन्द्र पाण्डेय लखनऊ उत्तरप्रदेश
You must be logged in to post a comment.