उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) रायबरेली नसीराबाद – सुरक्षित एवं सरकारी भूमि पर भूमाफियाओं द्वारा किस तरह का कब्जा कर फसल उगाई गई है। यह बात किसी से छुपी नहीं है। सत्ता में आते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को गंभीरता से लेते हुये सीएम ने साफ लफ्जों में राजस्व विभाग को निर्देशित किया था।कि तालाबी जैसी सुरक्षित जमीनों पर किसी के द्वारा भी कब्जा किया गया। या मकान आदि का निर्माण कराया गया हो।या किया जा रहा हो। या फिर तालाब नंबरों पर फसल उगाई जा रही हो तो जिम्मेदार अधिकारी तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुये कार्रवाई करें। शुरू शुरू में मुख्यमंत्री के आदेशों का अधिकारी लोग पालन भी करते नजर आए। पर जैसे जैसे ही समय गुजरता रहा वैसे वैसे ही साहब के आदेश का चिठ्ठा गुम फाइलों में ही दफन कर दिया गया। जबकि हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट ने साफ-साफ आदेश जारी कर दिया है की तालाब नंबर जैसी सुरक्षित जमीनों पर किसी के द्वारा कब्जा ना किया गया हो और अगर कब्जा किया गया हो या फसल उगाई जा रही हो तो तत्काल प्रभाव से कठोर से कठोर कार्रवाई कर जिला अधिकारी हलफनामा कोर्ट में दाखिल करें यहां तक की हाईकोर्ट इलाहाबाद के द्वारा बीते 5 माह पहले ही यह बात कही गई थी फिर भी जिलाधिकारी द्वारा तालाब जैसे सुरक्षित जमीनों पर कोई गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है और बीते 20 वर्ष पूर्व ही सुप्रीम कोर्ट ने भी खुले लफ्जों में साफ-साफ आदेश जारी किया है कि सरकारी भूमि तालाब आदि जैसे सुरक्षित सरकारी जमीनों पर किसी प्रकार का कब्जा ना किया जाए। और जिन लोगों ने किया है उन्हें तत्काल कब्जा मुक्त कर प्रशासन सरकारी जमीन सरकार अपने कब्जे में कर लें।पर शायद सुप्रीम कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट तक का आदेश भी अधिकारियों के लिये कोई मायने नही रखता। विकास खंड छतोह क्षेत्र के लगभग दर्जनों ग्राम पंचायतें डीघा,तारापुर,कुढ़ा ,बढौना कनकपुर ,महमदपुर, चंदाबाहीपुर, परैया नमकसार,आदि जैसी कई ग्राम पंचायतों में देखने को मिल रहा है।जहां अवैध कब्जेदारों द्वारा बड़ी तादातों में तालाब से लेकर चारागाह खलियान आदि नंबरों पर अवैध कब्जा कर भू माफियाओं द्वारा भारी मात्रा में फसल उगायी जा रही है।बीते माह जहां तहसील प्रसाशन द्वारा अतिक्रमण अभियान चला कर ग्राम डीघा में उगाई गई तालाब नंबरों पर फसल को गांव के ही एक सदस्य के हवाले सुपुर्द कर दिया इसके बावजूद भी डीघा के निवासी भू माफियाओं ने कुछ गाटा संख्या में गेहूं की फसल को नष्ट करते हुए उड़द की बुवाई कर ली और पूरे मदारी डीघा में खलियान व ऊसर आदि जगहों में कब्जा किए गए लोगों से कब्जा मुक्त कराने के लिए नायब तहसीलदार पुष्पक सिंह ने एक माह पहले ही क्षेत्रीय लेखपाल पुरुषोत्तम सोनकर को कड़ी फटकार लगाते हुए सख्त निर्देश दिया था कि 2 दिन के अंदर ही इस गांव में सरकारी सुरक्षित जमीनों पर से कब्जा मुक्त करवा दें अन्यथा लेखपाल पर ही कठोर कार्रवाई की जाएगी फिर भी क्षेत्रीय लेखपाल पुरुषोत्तम सोनकर ने नायब तहसीलदार की बातों को अनदेखा करते हुए केवल अपनी मनमानी करते हुए मोटी रकम वसूलने के चक्कर में अभी तक कब्जा नहीं हटाया है यहां तक की बाकी कुछ अन्य ग्राम पंचायतों में कई अवैध कब्जा धारकों पर कार्रवाई भी हुई है वहीं कुछ मकान गिराए गये तो कुछ लोगों को नोटिस देकर कब्जा हटाने का निर्देश भी दिया गया। परंतु यह सिलसिला हफ्तों भर नहीं चल पाया और ग्राम पंचायतों में फिर अवैध कब्जों की भरमार होने लगी सूत्रों की मानें तो यह कार्रवाई केवल दिखावे के लिए होता है जबकि सरकार का सख्त आदेश है कि तालाब जैसे सुरक्षित जमीनों पर कब्जा करने वाले भूमाफियाओं पर गैंगस्टर आदि जैसी धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करवाकर जेल का रास्ता दिखाया जाए पर क्षेत्रीय लेखपाल मोटी रकम कमाने के चक्कर में केवल मामूली धारा लोक संपत्ति निवारण 2/3 में कुछ कब्जा धारियों पर रिपोर्ट दर्ज करवा कर अपना किनारा खींचते हुए पल्ला झाड़ लेते हैं और कागज कार्रवाई दिखावे के लिए कहते हैं कि लो साहब मैंने तो तीर मार दिया जबकि नियमानुसार तालाब नंबर सुरक्षित जैसी जमीनों पर कब्जा करने वाले भूमाफियाओं पर गैंगस्टर जैसी धाराओं में प्राथमिकी रिपोर्ट दर्ज करवाकर कार्रवाई करवाना चाहिए लेकिन लेखपाल ऐसा क्यों नहीं करते यह लेखपाल जाने या फिर राजस्व विभाग ही जाने ग्रामीणों के शिकायत के बावजूद भी क्षेत्रीय लेखपाल से लेकर राजस्व के अधिकारी मौन हैं। जिससे योगी सरकार द्वारा बनाया गया एंटी भू माफिया पोर्टल सिर्फ हवा हवाई ही साबित हो रहा है। उक्त ग्राम पंचायत के ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्रीय लेखपाल मोटी रकम कमाने के चक्कर में तलाब जैसी सुरक्षित जमीनों पर भू माफियाओं का कब्जा करवा कर फसल उगाता हैं गाटा संख्या 294 आदि कनकपुर व चंदाबाहीपुर गाटा संख्या 345 में तालाब व चारागाह का लगभग 20 बिगा मे है भू माफियाओं द्वारा कब्जा कर फसल उगाई गई है
ग्राम कनकपुर क्षेत्रीय लेखपाल रूपेश मौर्य का कहना है कि कनकपुर व छतोह चंदाबांहीपुर गाटा संख्या 345 आदि में तालाब नंबर व चारागाह में व्यक्तियों द्वारा उगाई गई फसलों को नोटिस दे दी गई है जल्दी ही कार्यवाही की जाएगी।
जिन जिन जगहों पर तलाब नंबर सुरक्षित जैसी जमीनों पर जिन जिन लोगों द्वारा कब्जा कर फसल उगाई गई है या मकान आदि निर्माण किया गया है या किया जा रहा है जांच करवा कर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी यहां तक कि भू-माफिया गंगेस्टर आदि धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करवाकर कार्रवाई की जाएगी क्षेत्रीय लेखपाल कार्यवाही करवाने में जरा सा भी आनाकानी करते हैं तो लेखपालों पर भी कार्रवाई की जाएगी। – सलोन एसडीएम आशीष कुमार सिंह
रिपोर्ट सुरजीत राज सलोन रायबरेली
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