लॉकडाउन में ग्रामीणों को विद्युत सप्लाई का मिल रहा तगड़ा झटका!
18 घंटे सप्लाई का आदेश सिर्फ हवा हवाई!
उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) रायबरेली नसीराबाद – नोवेल कोरोना वायरस संक्रमण के महामारी को लेकर जहां पूरे देश में लॉकडाउन लागू होने के कारण लोग अपने अपने अपने घरों में बंद हैं।तो वहीं इस लॉकडाउन में लोगों का समय बिताने का जो साधन है।उसमें भी बिजली विभाग की उदाशीनता अपने पूरे चरम पर दिखायी दे रही है। अघोषित विद्युत कटौती से आम नागरिकों में विभाग के प्रति गहरा रोष देखने को मिल रहा है।जहां बिजली कब आयेगी शायद इसका अंदाजा उपकेन्द्र के जिम्मेदारों को भी नही है।बतातें चलें कि एक तरफ जहां प्रदेश सरकार गांवों को 18 घंटे विद्युत आपूर्ति का दिशा निर्देश दे रखा है।वहीं विभाग के जिम्मेदार लोग ही सरकार का आदेश किस तरह से पालन करते है।इसका जीता जागता उदाहरण देखना है तो आईये आपको ले चलतें है विद्युत उपकेंद्र छतोह।जहां विभाग के जिम्मेदार लोग ही सरकार के आदेश पर जमकर पलीता लगाने से बाज नही आ रहें है।इस समय शुरू हो गयी गर्मी में उपकेंद्र से जुड़े उपभोक्ताओं को बिजली की अघोषित कटौती से बड़े ही स्तर से जूझना पड़ रहा है।वहीं उपभोक्ताओं की लगातार शिकायतों पर भी विद्युत विभाग के जिम्मेदार लोग सुनकर भी अनसुना करते दिखायी दे रहें है।यहां विद्युत रोस्टर का कोई मायने ही नही देखने को मिल रहा है। जिससे उपभोक्ताओं का कहना है कि यहां बिजली कब आयेगी और जायेगी शायद इसका जवाब किसी के पास भी नही है।वहीं उपभोक्ता प्रेमशंकर, रामकुमार, ओम प्रकाश,मोहम्मद सिद्दीकी, मो.सईद,राजेश कुमार रामसुंदर आदि लोगों का कहना है कि बिजली व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी हो चुकी है।बेतहाशा बिल में बढ़ोत्तरी के बाद भी आपूर्ति में कोई सुधार होता नही दिख रहा है।जहां क्षेत्र को बामुश्किल आठ घंटे भी बिजली मिलना मुश्किल लग रहा है।वहीं लोगों का कहना है कि रात में किसी तरह बिजली आपूर्ति मिलती भी है तो कई बार रोस्टिंग का सामना करना पड़ता है।वहीं दिन में तो दो चार घंटे भी बिजली नही मिलती जिससे लोगों का कृषि कार्य पूरी तरह से चौपट होता दिखायी दे रहा है।लगातार शिकायत के बावजूद भी विद्युत व्यवस्था में किसी तरह का सुधार होता नही दिख रहा है। वहीं लोगों का कहना है कि देश में लगे लॉकडाउन की वजह से घर में ही रहना पड़ रहा है।गर्मी का सीजन शुरू हो गया है। बिजली ना होने से लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।लेकिन विद्युत विभाग के जिम्मेदारों की उपभोक्ताओं की परेशानी दिखायी ही नही दे रही है।अधिकारी इस ओर ध्यान देना मुनासिब नही समझ रहें है। इस बावत एसडीओ सलोन से से जब जानकारी करना चाहा गया तो तो उनका फोन नही लगा।फिलहाल छतोह उपकेंद्र में धड़ाम हुयी विद्युत व्यवस्था को पटरी पर लाने में कितना समय लगेगा। यह अपने आपमें कई तरह के सवाल खड़ा कर रहा है।लेकिन उपभोक्ताओं मेंं शासन व विद्युत विभाग के प्रति गहरा आक्रोश देखने को मिल रहा है।
रिपोर्ट :- सुरजीत राज सलोन रायबरेली
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