गांवों में धड़ल्ले से बिक रही शराब प्रशासन को नहीं लग रही भनक

 

नसीराबाद थानाक्षेत्र के दर्जनों गांवों में हो रहा नशे का व्यापार

उत्तर प्रदेश ( दैनिक कर्मभूमि ) नसीराबाद रायबरेली – एक तरफ जहां पूरा देश कोराना वायरस जैसी वैश्विक महामारी की चपेट में चल रहा है।तों वहीं दूसरी तरफ अवैध कच्ची शराब का कुटीर उद्योग धड़ल्ले से चरम पर चल रहा है। बतातें चलें कि लाकडाउन के दौरान जहां शराब की दुकान खोलने को शासन द्वारा प्रतिबंधित किया गया है। तो वहीं नसीराबाद थानाक्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में चोरी छुपे शराब का व्यवसाय धड़ल्ले से फल फूल रहा है। जहां शराब माफिया देसी व नकली शराब के कारोबार से लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने से बाज नही आ रहें है। वहीं नशे के कारोबारियों पर शिकंजा नही कसने को लेकर इनके हौंसले बुलंद है।एक ओर जहां प्रशासन कोरोना जैसी महामारी से लोगों की सुरक्षा के लिए रात-दिन एक किए हुए है। तो वहीं अवैध शराब विक्रेता चंद पैसों की खातिर ग्रामीणों की जिन्दगी से खिलवाड़ करने से बाज नही आ रहे हैं। प्रशासन को इस बात की भनक है या नहीं यह तो नहीं मालूम लेकिन एक बात तो तय है कि अवैध कच्ची शराब का व्यवसाय ग्रामीण क्षेत्रों में आसानी से फल-फूल रहा है।जहां शाम होते ही शराबियों द्वारा चोरी छुपे शराब खरीदने के लिए गांव में दौड़ भाग की जा रही है।लोगों का मानना है कि प्रशासन द्वारा मुस्तैदी से इन शराब व्यवसायियों पर शक्ति के साथ कार्रवाई की जाए तो इस पर अंकुश लगाया जा सकता है।

रिपोर्ट :- सुरजीत राज सलोन रायबरेली